हरिद्वार – राज्य में कोरोना के बाद कांवड़ यात्रा दो साल बाद अपने चरम पर है श्रद्धालुओं का हरिद्वार में जल लेने का सिलसिला शुरु हो गया है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कार्यकाल की एक अनूठी मिसाल पेश की है आज राज्य के 22 साल के इतिहास में किसी सीएम द्वारा कांवड़ यात्रियों के पाँव धो कर स्वागत कर उन्होंने ये संदेश दे दिया कि उत्तराखंड की संस्कृति अतिथि सम्मान की रही है
जिसमें राज्य का मुखिया एक सेवक की भूमिका में प्रथम पंक्ति में खड़ा होगा, अपने सहज,सरल,स्वभाव से पहचाने जाने वाले धामी को कावड़ियों की पैर धोकर स्वागत करते देख उनके विन्रम भाव ओर स्वागत से गदगद कावड़ियों ने भोलेनाथ के जयकारे लगाये । मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमे उत्तराखंड में आये सभी कावंड़ यात्रियों में भगवान शिव का अंश दिखता है
वैसे धामी सरकार अतिथि सत्कार का कितना ध्यान रखती है इसका अंदाज़ा आप सरकार द्वारा कावड़ यात्रा के लिए किए गए अलग बजट की व्यवस्था से लगाया जा सकता है सरकार के कार्यकाल की शुरुआत से सरल स्वभाव वाले सीएम कहे जाने वाले धामी प्रशासन पर लगातार सख्त दिखे, कांवड़ यात्रा में सुरक्षा, ट्रेफिक समेत सभी व्यवस्था चाकचौबंद रखने के निर्देश दिए है उनकी संवेदनशीलता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि वो स्वंय मोनिटरिंग कर हेलीकॉप्टर से व्यवस्थाओ का जायजा लेते दिख रहे है उत्तराखंड सरकार कांवड यात्रा की व्यवस्था में कोई कसर नही छोड़ना चाहती है। अब तक राज्य में 28 लाख कावड़िये आ चुके है।