डोईवाला के बुल्लावाला में देश की आजादी के लिए अपना बलिदान देने वाले महानायक शहीद उधम सिंह के 82 वे बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इस दौरान मनोज कंबोज ने शहीद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 13 अप्रेल 1919 को जलियाँवाला नरसंहार का बदला 21 साल बाद शहीद उधम सिंह ने लंदन में जा कर लिया था, जहाँ पर अंग्रेज सरकार ने उन्हें आज ही के दिन 1940 में फाँसी दी थी। जिनके बलिदान को पूरा भारत कभी नही भुला सकता।
क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेन्द्र तड़ियाल ने कहा कि शहीद उधम सिंह के बलिदान ने देश के अंदर चल रही आजादी की लड़ाई को एक नया मुकाम दिया था, जिसके बाद अंग्रेज सरकार घबरा गई और देश के अंदर आजादी की लड़ाई और तेज हो गई थी। ऐसे महानायक को याद कर आज उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
ग्राम प्रधान परमिन्दर सिंह ने कहा हम आज शहीद उधम सिंह को नमन करते है और उनके अंदर देश भावना का जो प्रेम था हम सभी को भी उनसे बड़ी सीख मिलती है, साथ ही कहा कि पूरा भारत देश ऐसे वीर सपूत को नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित करता हैं।