Uttarakhand

हरिद्वार में 200 करोड़ की लागत से फ्लेटेड फैक्टरी का निर्माण के साथ आवासीय भवन का भी होगा निर्माण।

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देहरादून – प्रदेश में छोटे उद्योगों को आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराने के लिए हरिद्वार औद्योगिक क्षेत्र में 200 करोड़ की लागत से फ्लेटेड फैक्टरी का निर्माण किया जाएगा। पांच लाख वर्गफीट जमीन पर उत्तराखंड राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल) फ्लेटेड फैक्टरी का निर्माण करेगा। इससे छोटे उद्योग मशीनरी लगाकर सीधे उत्पादन शुरू कर सकेंगे।

इसके अलावा पंतनगर और हरिद्वार में उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारियों व श्रमिकों के लिए किराये पर आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 60 करोड़ की लागत से दो एकड़ में भवन का निर्माण किया जाएगा। बृहस्पतिवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक ली।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डेस्टिनेशन उत्तराखंड इंवेस्टर्स समिट के तहत हुए एमओयू की ग्राउंडिंग के लिए और तेजी से कार्य करें। राज्य के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है। सीएम ने एमओयू किए निवेश प्रस्ताव की ग्राउंडिंग के लिए संबंधित विभागों के कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ब्योरा देने के निर्देश दिए।

नीतियों में संशोधन की आवश्यकता
कहा कि प्रदेश में स्थापित उद्योगों में राज्य के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मिल सके। इसके लिए रोजगार मेलों के आयोजन किया जाए। सीएम धामी ने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियों और जिन नीतियों में संशोधन की आवश्यकता है, उनका प्रस्ताव जल्द लाया जाए।

सीएम ने अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल पार्क, काशीपुर में बनने वाले इलेक्ट्रॉनिक पार्क, सितारगंज में बनने वाले प्लास्टिक पार्क के लिए राज्य स्तर से होने वाली कार्रवाई को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। राज्य में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए नई आईटी पॉलिसी को जल्द बनाने के निर्देश दिए। निर्यात संवर्द्धन के लिए डेडिकेटेड सेल बनाने के साथ देहरादून-ऋषिकेश में कन्वेंशन सेंटर की स्थापना के लिए शीघ्र कार्रवाई पूरी की जाए।

मुख्यमंत्री को सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय ने राज्य को एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत राष्ट्रीय स्तर पर मिले द्वितीय पुरस्कार की ट्राफी व प्रमाणपत्र सौंपा। इस मौके अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा आदि मौजूद थे।

बैठक में उद्योग विभाग के अधिकारियों ने बताया, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 13,640 करोड़ निवेश लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक 28,800 करोड़ के निवेश की ग्राउंडिंग की जा चुकी है। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक निवेश की ग्राउंडिंग में 250 प्रतिशत वृद्धि हुई है। मार्च 2024 तक 17,200 करोड़ के और निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग का लक्ष्य है, जबकि 46 हजार रोजगार सृजन का लक्ष्य पूरा किया गया। राज्य में 6,180 एकड़ का लैंड बैंक बनाया गया है। राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एरोमा पार्क काशीपुर, प्लास्टिक पार्क सिंतारगंज, इलेक्ट्रॉनिक पार्क काशीपुर, फूड पार्क कोटद्वार का निर्माण किया जा रहा है। एमएसएमई उद्योगों में गुणवत्ता सुधार के लिए जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट के तहत राज्य के 215 उद्योगों का पंजीकरण किया गया। इसमें पांच को गोल्ड और पांच को सिल्वर, 205 को कांस्य सर्टिफिकेशन मिला है।

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