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बीयर के बदले प्रमाणपत्र: लेखपाल ने कहा, बीयर की खुशबू से ही लगती है रिपोर्ट !
बदायूं/ बरेली – दातागंज तहसील क्षेत्र में एक लेखपाल की अनोखी कारगुजारी सामने आई है, जहां उसने छात्र के जाति प्रमाणपत्र पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत में बीयर की चार केन लीं। मामला तब उजागर हुआ जब इस प्रक्रिया का वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद लेखपाल ने जाति प्रमाणपत्र को पोर्टल पर निरस्त कर दिया। इस घटना के कारण छात्र रेलवे का फार्म नहीं भर सका। इस गंभीर मामले में एसडीएम दातागंज ने लेखपाल को तुरंत निलंबित कर दिया है और उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है।
यह है मामला: दातागंज तहसील के बेलाडांडी गांव में तैनात लेखपाल यादवेंद्र सुमन पर आरोप है कि उसने 25 अक्तूबर को युवक से जाति प्रमाणपत्र के आवेदन पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर पांच बीयर केन की मांग की। युवक को नौकरी के लिए फार्म भरना था, जिसकी अंतिम तिथि 27 अक्तूबर थी। मजबूर होकर युवक ने चार बीयर केन खरीदकर लेखपाल के पास पहुंचा। बीयर देते समय किसी ने पूरा वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कार में बैठा था लेखपाल: वायरल वीडियो में लेखपाल की कार में दो-तीन लोग बैठे दिख रहे हैं। कार तहसील के आसपास किसी मैदान में खड़ी थी। वीडियो में बेलाडांडी निवासी सौरभ सिंह बीयर की चार केन के साथ कार के पास पहुंचता है और उसे देते वक्त कहता है, “अब बीयर दे दी, मेरे सामने ही रिपोर्ट लगा दो।” इसके जवाब में कार चला रहे व्यक्ति ने कहा कि “कार निकलवा दो, अभी तुम्हारे सामने ही रिपोर्ट लगाऊंगा।” इसके बाद लेखपाल ने रिपोर्ट लगा दी।
रिपोर्ट रद्द करने की कार्रवाई: सौरभ ने बताया कि लेखपाल ने उसके सामने ही फार्म पर रिपोर्ट लगाई थी, लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ और अधिकारियों तक पहुंचा, उसने पोर्टल पर रिपोर्ट रद्द कर दी। सौरभ ने फार्म खरीद लिया था, लेकिन रिपोर्ट निरस्त होने से उसे जाति प्रमाणपत्र नहीं मिल सका। उसने कहा कि ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी छात्र या अन्य व्यक्ति के साथ ऐसा न हो।
जांच में दोषी पाया गया लेखपाल: एसडीएम दातागंज धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिकायती पत्र और वीडियो की जांच में लेखपाल दोषी पाया गया है। उसे निलंबित किया गया है और विभागीय जांच शुरू की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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