मथुरा – तीर्थनगरी मथुरा में कान्हा की क्रीड़ा स्थली गोकुल में 21 मार्च को छड़ीमार होली धूमधाम से मनाई जाएगी। आयोजन को जीवंत बनाने की तैयारियां की जा रहीं हैं। ताकि भक्तों को ऐसा लगे कि द्वापरकालीन लीलाएं साकार हो उठीं हैं।
छड़ीमार होली की आयोजक नंद किला समिति की बैठक गोकुल नगर पंचायत के अध्यक्ष संजय दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावनाओं को देखते हुए व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। गोकुल के गोकुल बैराज गणेश मंदिर, परशुराम चौक, वासुदेव दरवाजा, अष्टसखी घाट पर वाहनों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी। गोकुल के प्रमुख मार्गों को सजाया जाएगा।
भगवान कन्हैया का डोला पालकी में विराजमान होकर सुबह 11 बजे नंद बाबा मंदिर से फूलों की होली खेलते हुए निकाला जाएगा। इसमें सभी गोपियां, ग्वाले, बृजवासी और तीर्थ यात्री अपनी-अपनी वेशभूषा में फूलों की होली खेलते हुए चलेंगे। होली चबूतरा, मुरलीधर घाट पर दोपहर 12 बजे छड़ीमार होली का आयोजन शुरू होगा।
इसमें सभी गोपी ग्वाल बृजवासी अपनी पारंपरिक वेशभूषा में छड़ीमार होली खेलेंगे। रंगों की होली का आयोजन मुरलीधर घाट पर किया जाएगा। इसमें 50 क्विंटल गुलाल और 50 क्विंटल टेसू के फूलों का रंग बनाए जाएंगे।
विगत वर्षों के आंकड़ों को देखते हुए गोकुल में इस बार 50 हजार से 1 लाख तक श्रद्धालु होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसी दृष्टि से नगर पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोकुल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का अनुरोध किया है।
सेवायतों के लिए जारी होंगे पहचान पत्र
मंदिर प्रबंधक समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि गोकुल में सभी मंदिर के सेवायत अपनी वेशभूषा में रहेंगे। होली चबूतरा पर जो भी सेवायत रहेंगे, उनके लिए पहचान पत्र नंद बाबा मंदिर से जारी किए जाएंगे। बैठक में प्रबंधक गिरधारी भाटिया, उमेश गौर, अतुल तिवारी, गौरव शर्मा, राहुल शर्मा, कलुआ इमली वाले, हर्ष मुखिया, पंकज शर्मा, नरेश शर्मा, योगेश गोस्वामी और चिंटू पंडित आदि मौजूद रहे।