देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज आपदा राहत एवं बचाव उपकरणों से भरे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन वाहनों में टैंट, स्लीपिंग बैग, लीफलेट और यूएसडीएमए के नव वर्ष कैलेंडर शामिल हैं, जिन्हें चम्पावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और ऊधमसिंहनगर जनपदों में भेजा गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदाओं से बचाव के लिए व्यापक जनजागरूकता की आवश्यकता है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री धामी ने यूएसडीएमए (उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के नव वर्ष 2025 के कैलेंडर वॉल और टेबल टॉप का भी विमोचन किया। इस कैलेंडर में ऋतु अनुसार विभिन्न आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता सामग्री प्रकाशित की गई है, जिससे नागरिकों को आपदाओं से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “आपदाओं से लड़ने और उनका सामना करने के लिए सबसे बड़ा साधन जनजागरूकता है। उत्तराखंड के हर नागरिक का जागरूक, सजग और सतर्क रहना जरूरी है, तभी हम आपदाओं का मजबूती से सामना कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि जब लोग आपदाओं के प्रकार, उनके प्रभाव और सुरक्षा उपायों के बारे में जानेंगे, तो वे अपनी और दूसरों की जान बचाने के लिए सही कदम उठा सकेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के विद्यालयों में कक्षा एक से ही आपदा प्रबंधन विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने के निर्देश भी दिए थे, ताकि बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही आपदा प्रबंधन की जानकारी मिले और वे भविष्य में इस दिशा में सक्रिय रूप से भूमिका निभा सकें।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आपदाओं से बचाव के लिए आम जनमानस का जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यूएसडीएमए को निर्देश दिया कि वह सभी जनपदों में आपदा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें, जिससे नागरिकों में आपदा से निपटने की क्षमता विकसित हो सके।