Dehradun
बरसात में जर्जर स्कूल भवन अब बनेंगे आपदा मद से; मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
देहरादून: उत्तराखंड में बरसात के मौसम में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य के मुख्य सचिव ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक समेत सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों (सीईओ) को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों और किचन को आपदा मद में मरम्मत या पुनर्निर्माण कराया जाए।
मौजूदा सर्वे के मुताबिक प्रदेश में 942 सरकारी विद्यालय डी श्रेणी में और 1250 विद्यालय सी श्रेणी में चिन्हित किए गए हैं, जिनकी हालत बेहद जर्जर है। इन स्कूलों की इमारतें लंबे समय से मरम्मत की मांग कर रही हैं, मगर अब बरसात में स्थिति और भी खतरनाक हो गई है।
मुख्य सचिव ने साफ कहा है कि जर्जर स्कूल भवनों में अगर कक्षाएं संचालित की जाती हैं, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, शिक्षा निदेशालय से सभी जर्जर भवनों की ताज़ा रिपोर्ट भी तलब की गई है, ताकि जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार कर उन्हें आपदा मद से दुरुस्त किया जा सके।
बरसात के इस मौसम में बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता मानते हुए सरकार ने इन भवनों की मरम्मत और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया तेज करने के आदेश दे दिए हैं। अब देखना होगा कि ज़मीनी स्तर पर इन निर्देशों का कितना असर दिखाई देता है।