Dehradun

975 में कांग्रेस ने किया लोकतंत्र को बंदी, अब भी नहीं बदली सोच: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

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देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 25 जून 1975 की रात लागू किए गए आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र के लिए एक काला दिन बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने उस समय देश पर आपातकाल थोपकर लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। सत्ता बचाने की जिद में संविधान की मर्यादाओं को ताक पर रखकर प्रेस की स्वतंत्रता छीनी गई, न्यायपालिका को दबाव में लेकर उसकी स्वतंत्रता को समाप्त करने का प्रयास किया गया और हजारों निर्दोष नागरिक, विपक्षी नेता तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेलों में बंद किया गया।

धामी ने कहा कि ‘इंदिरा ही इंडिया है’ जैसे नारे लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र को व्यक्ति पूजा में बदलने की कोशिश की, जो किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है। मुख्यमंत्री ने कहा आपातकाल कोई भूल नहीं बल्कि कांग्रेस के लोकतंत्र विरोधी चरित्र का सबसे क्रूर प्रमाण है। यह वह दौर था जब सत्ता के नशे में चूर नेतृत्व आलोचना से डरने लगा और संविधान की मर्यादाओं का उल्लंघन करने में भी कोई हिचक महसूस नहीं की।

उन्होंने यह भी कहा कि आज जब कांग्रेस लोकतंत्र की दुहाई देती है, तो इतिहास हमें याद दिलाता है कि जिन हाथों ने कभी संविधान की आत्मा को कुचला था, वे आज भी सत्ता की खातिर किसी भी हद तक जा सकते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता से आग्रह किया कि लोकतंत्र की रक्षा केवल इतिहास को याद रखने से नहीं, बल्कि सतर्कता और सच को स्वीकार करने से ही संभव है।

 

 

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