Chamoli

पहाड़ों में कठिनाई: रुक्मणी देवी की मदद के लिए गांववालों का संघर्ष !

Published

on

जोशीमठ – जहां एक ओर देश चांद पर पहुंच चुका है और तकनीकी तरक्की की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, वहीं दूसरी ओर पहाड़ों में बसे गांवों के लोग अभी भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे दूरस्थ गांव डुमक की, जहां तक पहुंचने के लिए 18 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई चढ़नी होती है।

70 वर्षीय रुक्मणी देवी, जो इस गांव की निवासी हैं, रोज की तरह अपने पालतू जानवरों के लिए चारा लेने जंगल गई थीं। इसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया, जिससे वह घायल हो गईं। उनकी मदद के लिए गांव के सभी लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और रुक्मणी देवी को डंडी कंडी पर बिठाकर 18 किलोमीटर की दूरी तय कर मुख्य सड़क तक ले गए।

गांव से मुख्य सड़क तक पहुंचने के बाद, रुक्मणी देवी को जिला अस्पताल गोपेश्वर भेजा गया। यह पूरी प्रक्रिया रात के अंधेरे में हुई, जिससे ग्रामीणों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

इसके अलावा, डुमक गांव के निवासी सड़क संबंधी समस्याओं को लेकर पिछले 80 दिनों से क्रमिक धरना उपवास कर रहे हैं। ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।

 

 

 

#RoadAccessibility, #DandiKandi, #WomenSafety, #RuralDevelopment, #CommunitySupport, #joshimath, #chamoli, #uttarakhand 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version