हल्द्वानी – पश्चिम बंगाल से उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर नकली नोटों की सप्लाई का मामला सामने आया है। नैनीताल पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से तीन लाख से रुपये के नकली नोट बरामद किए गए।
पुलिस के मुताबिक, 9 अक्टूबर को लालकुआं निवासी शुभम वर्मा नाम के एक सुनार को गिरफ्तार किया गया था, जिसके पास से 9,000 रुपये के नकली नोट मिले। शुभम की गिरफ्तारी के बाद की गई पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए। पूछता के दौरान पता चला कि नकली नोटों के इस कारोबार में कई अन्य लोग भी शामिल हैं।
पुलिस ने शुभम वर्मा से मिली जानकारी के आधार पर अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की और छह अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन गिरफ्तारियों के दौरान 2,98,000 रुपये नकली नोट के रूप में बरामद किए गए।
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि नकली नोटों का खात्मा पश्चिम बंगाल के मालदा से उत्तराखंड में लाया जाता है और विभिन्न क्षेत्रों में फैला दिया जाता है।
नैनीताल के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीरा ने बताया कि शुभम वर्मा के बैंक खाते से भारी मात्रा में पैसे का लेन-देन हुआ है। उन्होंने कहा, “इन नकली नोटों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की गई है।”
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों को भी इस बारे में सूचना दी है, ताकि आगे की जांच की जा सके। सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।