देहरादून – साल के पहले दिन ही कमिश्नर दीपक रावत एक्शन में दिखे। उन्होंने काठगोदाम स्थित सेल्स टैक्स कार्यालय (राज्य कर भवन) का औचक निरीक्षण किया तो कुछ अधिकारी गायब मिले। बायोमेट्रिक मशीन को अपडेट नहीं किया गया था। सेवानिवृत या तबादला होने के बावजूद कई कर्मचारियों के के नाम बायोमेट्रिक मशीन में दर्ज मिले जबकि नए कर्मचारियों के नाम दर्ज नहीं थे।
कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत सभी सरकारी कार्यालयों में समय-समय पर चेकिंग की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि अधिकारी और कर्मचारी मौजूद हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालय में जनता से जुड़े कई मामले होते हैं। ऐसे में जरूरी है सभी अधिकारी व कर्मचारी समय से उपस्थित रहें। इस दौरान नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, जेसी स्मिता, डीसी हेमलता आदि मौजूद रहीं।
कमिश्नर आवास में कूड़ा डालने पर कटा चालान
कालाढूंगी रोड के दुकानदारों को कुमाऊं कमिश्नर के कैंप कार्यालय व आवास के परिसर में कूड़ा फेंकना महंगा पड़ गया। कमिश्नर के निर्देश पर नगर निगम ने आठ दुकानदारों का चालान कर आठ हजार रुपये जुर्माना वसूला। सोमवार को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत जब अपने आवास के पीछे मैदान में गए तो वहां कूड़ा पड़ा था। इस पर उन्होंने सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट को तलब किया। उन्होंने परिसर से लगी दुकानों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
पार्क में नहीं मिले माली और सुरक्षा
कमिश्नर ने सोमवार को दमुवाढूंगा स्थित आंबेडकर पार्क का निरीक्षण किया। यहां न गार्ड मिला, न माली। पार्क भी अव्यवस्थित था। कमिश्नर ने नगर आयुक्त को दोनों का स्पष्टीकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर आयुक्त से पार्क में अधूरे काम का आकलन कर डीपीआर देने के भी निर्देश दिए।