हल्द्वानी: लंबे समय से फरार चल रहे 20 हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर नरी चंद को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। नरी चंद, जो कुटरा गांव का निवासी है, के खिलाफ कोतवाली में कई गंभीर धाराओं में कुल सात प्राथमिकी दर्ज हैं, जिनमें एससी-एसटी एक्ट, फोरेस्ट एक्ट, खनन, लूट और सरकारी कामकाज में बाधा डालने के आरोप शामिल हैं। उसे न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में हल्द्वानी उपकारागार भेज दिया गया है।
विशेष अभियान के तहत गिरफ्तारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में जिले भर में हिस्ट्रीशीटरों और लंबे समय से फरार आरोपितों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। खासतौर पर वन कर्मियों पर हमले करने वाले अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नरी चंद भूड़ाकिसनी गांव में कहीं छिपा हुआ है। इसके बाद, रविवार को कोतवाली पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
भूड़ाकिसनी गांव में की घेराबंदी
कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि नरी चंद पर 20 दिसंबर 2022 को कोतवाली में जानलेवा हमले का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें उसने श्रीपुर बिचवा गांव के दीपक राम पर हमला किया था। दीपक राम को तो गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन नरी चंद फरार हो गया था। उस पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित था। कोतवाली में उसके खिलाफ सरकारी कामकाज में बाधा डालने, तीन फोरेस्ट एक्ट, लूट और रंगदारी समेत सात अलग-अलग प्राथमिकी पंजीकृत थीं। पुलिस टीम ने मुखबिरों की सूचना पर भूड़ाकिसनी गांव में घेराबंदी की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
वन कर्मियों के लिए खौफनाक था नरी चंद
नरी चंद का वन कर्मियों में खौफ था और वह कई बार वन्यजीवों के संरक्षण और अन्य सरकारी कार्यों में विघ्न डाल चुका था। उसकी गिरफ्तारी से वन विभाग और पुलिस दोनों को राहत मिली है। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे हल्द्वानी उपकारागार भेज दिया गया।
पुलिस टीम की सराहना
पुलिस अधीक्षक ने इस सफलता पर टीम को सराहा और कहा कि ऐसे हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ पुलिस का अभियान निरंतर जारी रहेगा। गिरफ्तार करने वाली टीम में आरक्षी नवीन खोलिया, रोहित कुमार, मोनू कुमार और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।