जोधपुर – राजस्थान के जोधपुर जिले में एक पूरा परिवार खत्म हो गया। जिस आंगन में बच्चों की किलकारी गूंजती थी, वहां माता-पिता के साथ बच्चों के शव पहुंचे। इस दंपति ने दो बेटों के साथ नहर में कूदकर जान दे दी। वहीं, युवक का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है। आशंका जताई जा रही है कि युवक नहर में डूबने से बच गया, इसलिए उसने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
यह दर्दनाक घटना जोधपुर जिले के तिंवरी कस्बे की है। पुलिस के अनुसास मंगलवार शाम को कुम्हारों के मोहल्ले में रहने वाले 28 साल के कंवरलाल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। वहीं, उसकी 26 साल की पत्नी पूनम, चार साल के बेटे सौरभ और सात साल के भरत का शव राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल में मिला है। बताया जा रहा है कि दंपति बच्चों के साथ कैनाल में कूदे थे, लेकिन कंवरलाल किसी तरह बच तो उसने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
पुलिस ने बताया कि बीती मंगलवार शाम को तिंबरी मथानिया के बीच रेलवे ट्रेक पर एक युवक का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो शव के पास एक मोबाइल फोन पड़ा मिला। मोबाइल में मिले नंबर पर कॉल करने पर पता चला कि कंवरलाल अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ घर से निकला था। इसके बाद पुलिस ने कंवरलाल की पत्नी पूनम और उसके बच्चे सौरभ और भरत की तलाश शुरू की। पूनम के मोबाइल नंबर से लोकेशन ट्रेस की गई तो वह राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल के पास मिली। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो नहर के किनारे जूते-मोबाइल और कपड़े पड़े हुए मिले। कुछ देर बाद तीनों के शव भी बरामद कर लिए गए।
पुलिस ने चारों शवों को पीएम के लिए मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी। बताया जा रहा है कि कंवरलाल दवा लेने की बात कहकर पत्नी और बच्चों के साथ घर से निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं आया। अब तक की जांच में पुलिस को सुसाइड करने का कारण नहीं मिला है। शुरुआती जांच में यह जरूर सामने आया है कि दो दिन पहले कंवरलाल का उसकी पत्नी से झगड़ा हुआ था। ऐसे में एक अंदेशा यह भी लगाया जा रहा है कि उसने पत्नी और बच्चों को नहर में फेंक दिया और फिर खुद भी जान दे दी। हालांकि, पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।