Dehradun
कार्यशाला में छात्रों ने सीखी रंगमंच की बारीकियां, लोक संस्कृति से भी हुए रूबरू…
देहरादून: दून विश्वविद्यालय के रंगमंच विभाग और डीबीएस कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में रंगमंच कार्यशाला का आयोजन किया गया। दून विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया और रंगमंच की विविध गतिविधियों के माध्यम से इसकी बारीकियों को समझा।
कार्यशाला के दौरान छात्र-छात्राओं को अभिनय, मंच पर प्रस्तुति, संवाद अदायगी, शरीर की अभिव्यक्ति और रंगमंच के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी लोक नृत्य शैली ‘तांदी’ की भी जानकारी दी गई, जिससे छात्र स्थानीय परंपराओं से गहराई से जुड़ सके।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि रंगमंच न केवल कला का माध्यम है, बल्कि यह टीम वर्क, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और जीवन मूल्यों को आत्मसात करने का प्रभावी जरिया भी है। उन्होंने कहा कि थिएटर छात्रों के व्यक्तित्व विकास, आत्मविश्वास, संप्रेषण क्षमता और रचनात्मकता को निखारता है।
कार्यशाला में हर्षित गोयल, गणेश गौरव, सरिता भट्ट, सरिता बहुगुणा, राजेश भारद्वाज, पलक, गीता, खुशी, शिवांगी, मन्नत, हिमांशु राजा, अनुज, वंदना, भूपेंद्र, निशा, तनिशा, मनीषा, लक्ष्मी सहित कई छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की।
इस अवसर पर डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनिल पाल, डॉ. दीपक भट्ट, डॉ. अजीत पंवार, कैलाश कंडवाल सहित अन्य शिक्षाविद भी मौजूद रहे।