देहरादून: देहरादून जनपद में निजी स्कूलों द्वारा की जा रही फीस वृद्धि की शिकायतों के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर सुनवाई प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा निजी स्कूलों के फीस ढांचे की एक-एक कर समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को छह निजी स्कूलों को सुनवाई के लिए बुलाया गया, जिनमें सोशियल बलूनी और चैतन्य टेक्नो स्कूल के प्रतिनिधि अनुपस्थित रहे। दोनों स्कूलों को अब कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
समर वैली स्कूल को भी तलब किया गया है, क्योंकि उसने फीस वृद्धि संबंधी निर्देशों की अनुपालन रिपोर्ट अब तक नहीं सौंपी है।
इस दौरान क्राइस्ट स्कूल माजरी ग्रांट डोईवाला, माउंट लिट्रा, संत कबीर और फ्लॉवर डेल स्कूल के संचालक उपस्थित रहे। जांच में माउंट लिट्रा स्कूल द्वारा निर्धारित मानक से अधिक फीस बढ़ोतरी पाई गई, जिस पर समिति ने स्कूल को अधिकतम 10% तक ही वृद्धि करने की सख्त हिदायत दी।
वहीं, सीएम हेल्पलाइन पर स्कॉलर्स होम स्कूल की फीस वृद्धि को लेकर शिकायत मिली थी। जांच में पता चला कि स्कूल ने 12% तक फीस बढ़ा दी है, जो नियमों के विरुद्ध है। इस पर स्कूल को फीस कम करने और अभिभावकों से वसूली गई अतिरिक्त राशि को अगली किस्त में समायोजित करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी स्कूलों को स्पष्ट किया कि आरटीई एक्ट और प्रावधानों के अनुसार, तीन वर्षों में अधिकतम 10% तक ही फीस बढ़ाई जा सकती है। इसका उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।
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