देहरादून – आईएसबीटी परिसर में किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। किशोरी के बयानों के आधार पर पता चला कि पहले भी उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। इस मामले में पटेलनगर थाने में दुष्कर्म की धाराओं में जीरो एफआईआर दर्ज की गई है।
आईएसबीटी परिसर में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने पांच चालकों-परिचालकों को गिरफ्तार किया है। किशोरी मुरादाबाद की रहने वाली है। बस के चालक-परिचालक किशोरी को मदद का झांसा देकर दिल्ली से देहरादून लेकर आए थे। दून आते ही बस के अंदर पांचों आरोपियों ने दुष्कर्म किया। किशोरी मानसिक रूप से कमजोर है। पुलिस ने जांच में किशोरी के बयान दर्ज किए हैं। बयानों के आधार पर पता चला है कि किशोरी के साथ पूर्व में भी दुष्कर्म हुआ है।
हालांकि, दुष्कर्म किस जगह हुआ, किशोरी ठीक से नहीं बता पा रही है। पुलिस ने किशोरी के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि किशोर के बयानों के आधार पर उसके साथ पहले भी दुष्कर्म की बात सामने आई है। पटेलनगर थाने में इसकी जीरो एफआईआर दर्ज की गई है। पता किया जा रहा है किशोरी के साथ पहले दुष्कर्म की घटना कहां हुई है। इसके बाद ही जीरो एफआईआर उस क्षेत्र के थाने को ट्रांसफर की जाएगी।
पीड़ित किशोरी को बालिका निकेतन में रखा गया था। बृहस्पतिवार को किशोरी का स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया। इसके बाद उसे कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोनेशन से फिर किशोरी को दून अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया। बाल कल्याण समिति की सदस्य प्रीति थपलियाल ने बताया कि किशोरी को पेट में दर्द की शिकायत है। दून अस्पताल के एमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि देर शाम किशोरी को दून अस्पताल में लाया गया। उसे भर्ती कर लिया गया है।
आईएसबीटी परिसर में किशोरी से दुष्कर्म करने वाले पांचों आरोपियों की पुलिस को दो दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई है। पुलिस ने कोर्ट में पत्र देकर आरोपियों की तीन दिन की कस्टडी रिमांड मांगी थी। लेकिन दो दिन की रिमांड मिली है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर साक्ष्यों को पुख्ता करेगी।
आईएसबीटी में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार हुए पांचों आरोपियों की रिमांड के लिए पुलिस ने बुधवार को न्यायालय में पत्र दिया था। बृहस्पतिवार को न्यायालय में इसपर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान पुलिस को आरोपियों की दो दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इसके साथ ही घटना से संबंधित साक्ष्य एकत्र करेगी। इस मामले में बुधवार को बालिका निकेतन में ही महिला मजिस्ट्रेट को के सामने पीड़िता के बयान दर्ज किए गए थे।