Uttarakhand

जमरानी बांध : 1976 में हुए शिलान्यास वाला प्रोजेक्ट अब उतरेगा धरातल पर, सिंचाई विभाग ने कवायद की तेज।

Published

on

नैनीताल – जमरानी बांध परियोजना को धरातल पर उतराने की दिशा में सिंचाई विभाग ने कवायद तेज कर दी है। कॉलोनी की मरम्मत और मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के कार्य के टेंडर हो गए हैं। जल्द निर्माण शुरू होने की उम्मीद है।

परियोजना के उपमहाप्रबंधक ललित कुमार ने बताया कि जमरानी कॉलोनी के कार्य चार भागों में विभाजित किया गया है। सबसे पहले जमरानी कॉलोनी परिसर में आवासीय परिसरों का रखरखाव और नए आवासीय भवनों का निर्माण होगा। कॉलोनी परिसर की चहारदीवारी और मौजूदा कार्यालय भवन की मरम्मत की जाएगी। बांध विस्थापितों के लिए प्राग फार्म में 602 करोड़ से पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी। कहा कि 26 फरवरी 1976 में हुए शिलान्यास के बाद प्रथम चरण में गौला बैराज और जमरानी कॉलोनियों का निर्माण हुआ। अब बांध परियोजना के तहत इन कार्यों को पूरा किया जाएगा।

एतिहासिक पृष्ठभूमि-
26 फरवरी 1976 को जमरानी बांध का शिलान्यास तत्कालीन ऊर्जा मंत्री केसी पंत ने किया था। मेडिकल कॉलेज में कार्यरत परितोष पंत कहते हैं कि उनके पिता मोहन चंद्र पंत सत्तर के दशक में सिंचाई विभाग में अधिशासी अभियंता थे। जब जमरानी बांध योजना बनी तो अनुभव के चलते उन्हें नैनीताल जिले में भेजा गया। कहा कि इस योजना से परिवार का खास जुड़ाव रहा है। उम्मीद है कि लोगों का बांध का सपना जल्द साकार हो जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version