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Pithoragarh : में महिला की गुमशुदगी का खुला राज, पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा

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Pithoragarh : पिथौरागढ़ के बेरीनाग तहसील क्षेत्र के राजस्व क्षेत्र कालासिला से सितंबर को लापता हुई महिला सुनीता देवी की गुमशुदगी का पर्दाफाश हो गया है। ये मामला केवल गुमशुदगी का ना होकर अब हत्या का हो गया है। पुलिस ने इस मामले का सनसनीखेज खुलासा किया है।

Pithoragarh के बेरीनाग में गुमशुदा महिला की प्रेमी ने की हत्या

पिथौरागढ़ में सितंबर महीने में सुनीता देवी के अचानक लापता हो जाने का मामला सामने आया है। महिला के ससुर ने बहादुर राम निवासी दङमेत कमदिना द्वारा अपनी बहू सुनीता देवी की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद से ही पुलिस माममले की जांच में जुटी हुई थी। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। लेकिन पुलिस ने अब जो खुलासा किया है उस से हर कोई हैरान है।

पहले किया अपहरण फिर नदी में दे दिया धक्का

ममाले की जांच में सामने आया कि गुमशुदा सुनीता देवी को विजय प्रसाद निवासी ग्राम किसमिला, थाना कपकोट जिला बागेश्वर के संपर्क में होना पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने विजय प्रकाश से पूछताछ शुरू की। जिसमें पाया कि आरोपी द्वारा बहला-फुसलाकर शादी करने के बहाने से सुनीता का अपहरण किया गया। इससे पहले भी अभियुक्त विजय प्रसाद द्वारा सुनीता देवी को बहला- फुसलाकर अपने साथ ले जाकर घुमाने व अपने घर लाने की पुष्टि हुई।

प्रेमी ने परिजनों के साथ मिलकर की हत्या

बताया जा रहा है कि मृतका अक्सर अपने प्रेमी से मिलने के लिए जाया करती थी। कई बार तो वो उसके घर भी पहुंच जाती थी। इस घटना से नाराज़ होकर विजय प्रसाद के परिजनों द्वारा प्लान बनाकर गुमशुदा सुनीता देवी को रामगंगा नदी में फेंक कर उसकी हत्या कर दी गई।

पुलिस ने आरोपी विजय प्रसाद पुत्र रमेश राम उम्र 22 वर्ष, रमेश राम पुत्र अनीराम उम्र 42 वर्ष, हरीश राम पुत्र करम राम उम्र 43 वर्ष और बलवंत राम उम्र 45 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्तों की निशानदेही पर रामगंगा नदी से गुमशुदा सुनीता देवी का बैग, फोटो, एक स्वेटर और दुपट्टा बरामद किया गया है। हालांकि गुमशुदा का शव अभी तक बरामद नहीं हो पाया है।

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