दिल्ली: दिवाली की रात एक बार फिर से दिल्ली की हवा बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई। पटाखों पर लगी रोक के बावजूद, राष्ट्रीय राजधानी में आतिशबाजी का उल्लंघन बड़े पैमाने पर हुआ। गुरुवार को दिवाली की रात शहर में जोरदार आतिशबाजी हुई, जिसके कारण जहरीली हवा हर ओर फैल गई। प्रदूषण इतना बढ़ गया कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
आनंद विहार में प्रदूषण का उच्चतम स्तर
आनंद विहार ने प्रदूषण के मामले में टॉप पोजीशन हासिल की। सुबह 6 बजे यहां वायु गुणवत्ता 395 दर्ज की गई, जो कि बहुत ही खराब मानी जाती है। वहीं, गुरुवार रात 10 बजे एक्यूआई (Air Quality Index) 330 पर पहुंच गया। कई इलाकों में एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे सांसों के लिए खतरा बढ़ गया है।
पिछले साल की तुलना में स्थिति खराब
पिछले साल दिवाली पर आसमान साफ था और एक्यूआई 218 दर्ज किया गया था। इस साल पराली जलाने और वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण स्थिति और खराब हो गई है। इस बार दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 की सांद्रता इतनी बढ़ गई कि यह 900 तक पहुंच गई।
अन्य इलाकों की स्थिति
अशोक विहार में भी स्थिति बेहतर नहीं थी; सुबह 6 बजे एक्यूआई 384 दर्ज किया गया। बवाना में हवा की गुणवत्ता 388 और द्वारका में 375 रही।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन
सुप्रीम कोर्ट के पटाखों पर बैन के आदेश के बावजूद, गुरुवार रात को जहांगीरपुरी और आरकेपुरम में प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर रहा। देश के शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों की सूची अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन दिल्ली की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।