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Rituparna Success Story: गांव से Rolls Royce तक का सफर, जानिए कैसे रचा इतिहास!

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Rituparna Success Story: यह कहानी सिर्फ एक नौकरी की नहीं, बल्कि हौसले, मेहनत और जिद की है, जिसने एक साधारण से गांव की बेटी को दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में पहुंचा दिया। कर्नाटक के तीर्थहल्ली तालुक के कोडूर गांव की रहने वाली रितुपर्णा केएस को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही रोल्स रॉयस (Rolls Royce) से सालाना 72.3 लाख रुपये का प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिला है।

डॉक्टर बनने का सपना, इंजीनियरिंग की राह
रितुपर्णा की शुरुआती पढ़ाई सेंट एग्नेस स्कूल में हुई। पीयूसी के बाद उनका सपना डॉक्टर बनने का था…लेकिन NEET में सरकारी सीट न मिलने पर उन्होंने हार नहीं मानी। कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) के ज़रिए सह्याद्रि कॉलेज में रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन इंजीनियरिंग में दाख़िला लिया।

किसानों से शुरू होकर Rolls Royce तक
कॉलेज में रितुपर्णा ने पहला प्रोजेक्ट किसानों के लिए बनाया….ऐसा रोबोटिक सिस्टम जो सुपारी की खेती में मदद करे। इस इनोवेशन को गोवा में INEX प्रतियोगिता में पेश किया गया और उनकी टीम को गोल्ड और सिल्वर मेडल मिले। इसके बाद उन्होंने NITK सुरथकल में रोबोटिक सर्जरी पर काम किया और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर एक ऐप बनाने में प्रशासन की मदद भी की।

जब खुद पर भरोसे ने रास्ता बनाया
रितुपर्णा ने Rolls Royce में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया, लेकिन कंपनी को लगा कि वह तय समय में काम पूरा नहीं कर पाएंगी। मगर रितुपर्णा ने एक महीने की डेडलाइन वाला प्रोजेक्ट सिर्फ एक हफ्ते में पूरा कर दिखाया। इसके बाद कंपनी ने लगातार आठ महीने तक उन्हें अलग-अलग प्रोजेक्ट्स दिए और हर बार उन्होंने अपनी मेहनत से सबको चौंका दिया।

रात में काम, दिन में पढ़ाई
दिसंबर 2024 में Rolls Royce ने उन्हें जेट इंजन मैन्युफैक्चरिंग डिवीजन में प्री-प्लेसमेंट ऑफर दिया। जनवरी 2025 से रितुपर्णा रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक कंपनी के लिए रिमोट काम करती रहीं और दिन में कॉलेज की पढ़ाई जारी रखी। अप्रैल 2025 में कंपनी ने उनकी सैलरी 39.6 लाख रुपये से बढ़ाकर 72.3 लाख रुपये सालाना कर दी। अब सातवां सेमेस्टर खत्म होते ही वह अमेरिका के टेक्सास स्थित Rolls Royce की यूनिट में काम शुरू करेंगी।

मंज़िल उन्‍हीं को मिलती है…
रितुपर्णा की कहानी बताती है कि बड़ा सपना देखने के लिए बड़े शहर या बड़े कॉलेज की ज़रूरत नहीं होती। अगर जज्बा और मेहनत हो, तो कोई भी गांव की बेटी भी Rolls Royce जैसी इंटरनेशनल कंपनी तक पहुंच सकती है। सचमुच, सपनों की उड़ान कहीं से भी शुरू हो सकती है….बस हौसला होना चाहिए।

 

 

 

 

Rolls Royce Careershttps://careers.rolls-royce.com

 

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