नैनीताल : उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम में अब जल्द ही हेलीकाप्टर से यात्रा की सुविधा उपलब्ध होगी। यहां पर हेलीपैड बनाने के लिए शासन से मौखिक स्वीकृति मिल चुकी है, और इसके लिए करीब 40 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इस योजना के तहत तीन मंजिला पार्किंग बनाई जाएगी और इसकी छत पर हेलीपैड का निर्माण होगा, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में और अधिक सुविधा मिलेगी।
इसके साथ ही, मंदिर में सुंदरीकरण कार्य भी किए जाएंगे, और यहां के प्रकाश व्यवस्था और आस्था पथ मार्ग की स्थिति को बेहतर किया जाएगा। श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के पिछले हिस्से से वन-वे मार्ग का निर्माण भी किया जाएगा। यह कदम कैंची धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक नया अनुभव साबित होगा।
मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट: मानसखंड मंदिर माला मिशन
यह परियोजना उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट, “मानसखंड मंदिर माला मिशन” का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कुमाऊं क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों का समुचित विकास और तीर्थाटन को बढ़ावा देना है। इस मिशन के तहत कुमाऊं के 16 मंदिरों का संवारने का कार्य चल रहा है, और इन मंदिरों के विकास के लिए पहले चरण में करीब 44 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है।
इस योजना के तहत कैंची धाम के अलावा जागेश्वर धाम, बैजनाथ, नैना देवी, पाताल रुद्रेश्वर, पाताल भुवनेश्वर, हाटकालिका मंदिर, मां बाराही देवी और नंदा देवी मंदिरों को भी सौंदर्यीकरण और अन्य सुधार कार्यों से जोड़ा जाएगा। इन कार्यों में कुल लागत करीब 106 करोड़ रुपये अनुमानित है।
प्रदेश का पहला रूफटॉप हेलीपैड
पर्यटन विभाग ने कैंची धाम में हेलीपैड बनाने के लिए जगह तलाशने का कार्य पहले ही शुरू कर दिया था, और उचित स्थान न मिलने के बाद पार्किंग की छत पर हेलीपैड बनाने का निर्णय लिया गया है। यह प्रदेश का पहला रूफटॉप हेलीपैड होगा, जो मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक नई सुविधा प्रदान करेगा।