जम्मू-कश्मीर – पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस हमले में अब तक 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
हमले के तुरंत बाद केंद्र सरकार और सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और सेना की टीमें पूरे इलाके में सक्रिय हैं। जांच एजेंसी ने तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं और क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
TRF: अनुच्छेद 370 हटने के बाद उभरा नया आतंकी चेहरा
TRF की स्थापना वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हुई थी। पहले इसे एक ऑनलाइन प्रोपेगेंडा यूनिट माना गया, लेकिन जल्द ही यह एक सक्रिय आतंकी संगठन में तब्दील हो गया। इसे लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित संगठनों का प्रत्यक्ष समर्थन प्राप्त है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रद्द किया सऊदी दौरा, की उच्चस्तरीय बैठक
हमले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना प्रस्तावित सऊदी अरब दौरा रद्द कर आपात स्थिति में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लौटने का फैसला लिया। दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, और विदेश सचिव के साथ एक आपातकालीन बैठक की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति, अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस बर्बर हमले की निंदा राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी की जा रही है। दुनिया के कई नेताओं और संगठनों ने इस कायराना हरकत को मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया है और भारत के साथ एकजुटता जताई है।
फिलहाल सुरक्षाबलों ने पूरे पहलगाम क्षेत्र को घेर लिया है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आतंकी संगठन TRF के नेटवर्क को तोड़ने के लिए NIA, सेना, और खुफिया एजेंसियां समन्वय में कार्रवाई कर रही हैं।