Crime
आशिक को कॉल कर बुलाया फिर ले गयी गन्ने के खेत में, भाई के साथ मिलकर प्रेमिका ने सिर धड से किया अलग; 2km दूर फेंका
मुरादाबाद – मुरादाबाद के बिलारी के सहसपुर निवासी सोनू की हत्या मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया है कि सोनू की हत्या उसकी प्रेमिका और आईटीआई छात्रा मेहनाज ने अपने भाई सद्दाम और उसके दोस्त रिजवान के साथ मिलकर की थी। सद्दाम ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने नौ सितंबर की शाम सात बजे सोनू को कॉल कर रामपुर जनपद में बैरूआ पुल के पास बुला लिया। वहां कुछ ही दूर पर सद्दाम और उसका दोस्त रिजवान छिप गए थे। सोनू के पहुंचते ही मेहनाज पुल के पास से कच्चे रास्ते से होते हुए उसे गन्ने के खेत में ले गई। पीछे से सद्दाम और रिजवान भी पहुंच गए। तीनों ने मिलकर सोनू को पकड़ लिया। उसके हाथ पैर बांध कर जान ले ली।
यह है मामला
ननिहाल आए मुरादाबाद के बिलारी थाना क्षेत्र के सहसपुर गांव निवासी युवक सोनू (25) की बीते बुधवार को गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी। बिना सिर के शव को देखकर इलाके में सनसनी फैल गई थी। घटना स्थल का एसपी ने मुआयना किया। हत्या की सूचना पर चीखते-चिल्लाते हुए परिजन पहुंच गए थी। परिजनों ने प्रेस-प्रसंग के चलते ननिहाल पक्ष के एक परिवार पर हत्या का आरोप लगाया था।
पुलिस ने बताया कि युवक की शिनाख्त उसके पैरों के लंबे अंगूठे से की गई थी। बताया गया कि मृतक सोनू सहसपुर गांव में बड़ी मस्जिद के निकट अजीम के कारखाने में रेडीमेड पेंट की सिलाई का काम करता था। परिवार में शानू के पिता साबिर के अलावा माता अनीशा, छोटा भाई शाने अली (20) और छोटी बहन मेहरीन (17) वर्ष है।
बिलारी पुलिस और सोनू के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने मृतक की पहचान सोनू के रूप में की। सोनू के पिता साबिर ने रामपुर के सैफनी के मोहल्ला मझरा निवासी मेहनाज और उसके भाई सद्दाम पर हत्या का शक जताया था। साबिर ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे से मेहनाज के प्रेम संबंध थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
प्रेमिका ने कॉल कर गन्ने के खेत में बुलाया
सद्दाम ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने नौ सितंबर की शाम सात बजे सोनू को कॉल कर रामपुर जनपद में बैरूआ पुल के पास बुला लिया। वहां कुछ ही दूर पर सद्दाम और उसका दोस्त रिजवान छिप गए थे। सोनू के पहुंचते ही मेहनाज पुल के पास से कच्चे रास्ते से होते हुए उसे गन्ने के खेत में ले गई। पीछे से सद्दाम और रिजवान भी पहुंच गए। तीनों ने मिलकर सोनू को पकड़ लिया। उसके हाथ पैर बांध दिए।