Delhi
होली पर चंद्र ग्रहण का खास संयोग , लाल चांद के साथ चंद्र ग्रहण का दिखेगा दुर्लभ दृश्य…..
नई दिल्ली : साल 2025 में होली का त्योहार एक अद्भुत खगोलीय घटना के साथ मनाया जाएगा। 14 मार्च 2025 को पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse) होगा, जिसे “ब्लड मून” (Blood Moon) के नाम से जाना जाता है। इस दुर्लभ संयोग के कारण इस साल की होली और भी खास होने वाली है, क्योंकि चंद्रमा एक गहरे लाल रंग में नजर आएगा, जो इसे देखने के लिए खगोल प्रेमियों के लिए एक शानदार अवसर प्रदान करेगा।
ब्लड मून क्या है?
पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान, पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह से ढक लेती है, और इस प्रक्रिया में सूर्य की रोशनी पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती है, जिससे लाल रंग की किरणें चंद्रमा तक पहुंचती हैं। यही कारण है कि चंद्रमा एक लाल या तांबे जैसे रंग में नजर आता है, जिसे “ब्लड मून” कहा जाता है। नासा के अनुसार, इस प्रकार के ग्रहण को ‘ब्लड मून’ भी कहा जाता है, क्योंकि ग्रहण के पूर्ण चरण में चंद्रमा का रंग लाल-नारंगी हो सकता है। यह रंग सूर्य की रोशनी के लंबी तरंगदैर्ध्य (लाल और नारंगी) की वजह से उत्पन्न होता है, जबकि छोटे तरंगदैर्ध्य (नीला और बैंगनी) चंद्रमा तक पहुंचने में विफल हो जाते हैं।
ग्रहण का समय और दृश्यता
यह खगोलीय घटना 14 मार्च 2025 को भारतीय समयानुसार दोपहर के समय होगी। ग्रहण का पूर्ण चरण सुबह 11:57 बजे शुरू होगा, जो दोपहर 12:29 बजे अपने चरम पर पहुंचेगा और दोपहर 01:01 बजे समाप्त होगा। यह ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा, हालांकि भारत में यह आंशिक रूप से ही नजर आएगा। इस ग्रहण को उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएँ
चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ धार्मिक मान्यताएं और सावधानियां हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, ग्रहण के समय कुछ कार्यों से बचना चाहिए, जैसे भोजन ग्रहण करना, क्योंकि इसे शुभ नहीं माना जाता है। मंदिरों के कपाट भी बंद रहते हैं और कई लोग ग्रहण के दौरान स्नान कर दान-पुण्य करते हैं। विशेष रूप से, मंत्र जाप और ध्यान का आयोजन शुभ माना जाता है।
एक अद्भुत खगोलीय घटना
विज्ञान के दृष्टिकोण से यह चंद्र ग्रहण बेहद खास होगा। खगोलविदों का कहना है कि ब्लड मून एक अद्भुत प्राकृतिक नजारा होता है, जिसे देखना एक असाधारण अनुभव हो सकता है। इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से इंतजार करते हैं और 14 मार्च 2025 को होली और ब्लड मून का यह अनोखा संयोग निश्चित रूप से इतिहास में यादगार रहेगा।
खगोल प्रेमियों के लिए शानदार अवसर
यह दुर्लभ खगोलीय घटना खगोल विज्ञान के शौक़ीनों के लिए एक शानदार अवसर होगी। यदि आप इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखना चाहते हैं, तो सही समय और स्थान का ध्यान रखें, ताकि इस असाधारण दृश्य का पूरा आनंद लिया जा सके।
इस बार होली और ब्लड मून का संयोग न केवल धार्मिक रूप से बल्कि खगोल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी एक विशेष महत्व रखता है। यह क्षण निश्चित रूप से सभी के लिए एक अद्वितीय अनुभव होगा।