कोटद्वार – नगर समेत भाबर क्षेत्र में वर्ष 23-24 मार्च की समाप्ति के अंतिम सप्ताह में भी विद्युत बिलों का भुगतान न करने पर विद्युत विभाग ने बिल जमा न करने पर इस महीने अब तक 10 हजार से अधिक धनराशि के करीब 1000 से ज्यादा बकायेदारों के विद्युत कनेक्शन काट दिए गए हैं।
विद्युत वितरण खंड कोटद्वार के नगर निगम क्षेत्र में तीन औद्योगिक क्षेत्रों के साथ ही हजारों घरेलू, व्यावसायिक व औद्योगिक कनेक्शन हैं। चालू वित्तीय वर्ष में ऊर्जा निगम को 27 करोड़ की वसूली का लक्ष्य दिया गया है, जिसमें से 22 करोड़ रुपये की वसूली कर ली गई है। बाकी 5 करोड़ वसूलने के लिए विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है। करीब छह करोड़ रुपये औद्योगिक क्षेत्रों की फैक्टरियों पर बकाया चल रहे हैं। कोटद्वार व भावर क्षेत्र में करीब पांच ऐसी फैक्टरियां हैं जिनमें जीएसटी छापे व बैंकों की ऋण अदायगी न होने से ताले लगे चुके हैं। इन फैक्टरियों पर ऊर्जा निगम का भी लाखों का बकाया है।
विद्युत विभाग के एसडीओ सिटी कमल सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति में मात्र तीन दिन शेष रह गए हैं। बड़े बकायेदारों में बाजार पुलिस चौकी सबसे पहले नम्बर पर है, उस पर विद्युत विभाग का 1.13 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है। शिब्बूनगर के नागेंद्र दत्त, पवन कुमार पर क्रमशः 70 हजार व 56 हजार का बिल लंबित पडा है। 50 हजार रुपये कोटद्वार तहसील पर बकाया चल रहा है। सत्तीचौड़ की प्राइवेट आईटीआई पर 43 हजार, सिमलचौड़ में कोर्ट के नाम पर दो कनेक्शन हैं, जिसमें क्रमशः 35 व 32 हजार रुपए बकाया चल है। तहसील में बने स्वान केंद्र पर 33 हजार रुपये, कोटद्वार में बने जिलाधिकारी के कैंप आवास पर भी 28 हजार रुपये, 10 हजार रुपये से अधिक धनराशि के बकायेदारों की सूची में 45 उपभोक्ता शामिल हैं।