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ये थाली नहीं प्यार की है कहानी: ऐपड़ कला से सजी पूजा सामग्री, अब विदेशों में भी छा रही…

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नैनीताल: सुहागिन महिलाओं का पर्व करवाचौथ कल, 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए पूरी श्रद्धा और भक्ति से व्रत करती हैं। नवरात्रि के त्योहार के समाप्त होते ही करवाचौथ का पर्व मनाया जाता है।

नैनीताल जिले की कई महिलाएं इस पर्व को लेकर पूजा की थालियों, लोटों और छलनियों को पारंपरिक कुंमाऊनी संस्कृति के अनुसार ऐपण कला से सजा रही हैं। इस कड़ी में, रामनगर की रंजना ने विशेष रूप से इस त्यौहार को खास बनाने का निर्णय लिया है। रंजना, जो एक ग्रहणी हैं, उन्होंने ने दो साल पहले ऐपण कला को रोजगार के रूप में अपनाने का निर्णय लिया।

रंजना ने बताया कि उन्होंने ऐपण कला के तहत थालियों, लोटों, गिलासों पर विभिन्न डिज़ाइन उकेरने शुरू किए। उनकी कला को स्थानीय लोगों ने बहुत पसंद किया और अब उनकी विशेषताएँ देश-विदेश में भी चर्चा का विषय बन गई हैं। रंजना ने कहा, “इस बार करवाचौथ के लिए थाली, लोटे, दीप, छलनी आदि को ऐपण कला से सजाकर एक नई पहचान दी है।

उनकी कला की डिमांड न केवल भारत में, बल्कि रूस, कनाडा, अमेरिका जैसे देशों से भी आई है। उन्होंने बताया कि उनकी थाली पर ऐपण कला से पति-पत्नी का नाम उकेरा गया है, जो आकर्षण का केंद्र बनता है। रंजना की पूजा सामग्री की कीमत 600 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक है।

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आसपास की महिलाएं भी रंजना की दुकान पर खरीदारी करने आ रही हैं। महिलाएं कहती हैं कि रंजना की ऐपण कला से संजोई गई सामग्रियां बेहद आकर्षक हैं और उन्हें पसंद आई हैं।

 

 

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