बरेली – बरेली के भोजीपुरा में दुष्कर्म की शिकार कक्षा नौवीं की छात्रा ने आत्मदाह कर लिया। आरोपी पक्ष की दबंगई से डरा परिवार 26 अगस्त को हुई घटना की पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा सका। इसके अगले ही दिन दरिंदगी से आहत पीड़िता ने जान दे दी। तब पिता ने एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने नाबालिग दो आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर एक को हिरासत में ले लिया है। भोजीपुरा क्षेत्र के एक गांव निवासी किसान 26 अगस्त को पत्नी के साथ जन्माष्टमी मनाने ससुराल गए थे। घर पर उनकी दो बेटियां ही थीं। आरोप है कि उसी दिन दोपहर में गांव निवासी सहपाठी छात्र अपने हमउम्र दोस्त के साथ उनके घर में घुस आया।
वे दोनों किसान की 14 वर्षीय छोटी बेटी को खींचकर गन्ने के खेत में ले गए। भोजीपुरा थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार एक दोस्त ने किशोरी के हाथ पकड़ लिए और दूसरे ने उसके साथ दुष्कर्म किया। किशोरी के शोर मचाने पर बड़ी बहन मौके पर पहुंची तो दोनों आरोपी भाग गए।
मंगलवार को माता-पिता घर लौटे तो बड़ी बेटी ने पूरी घटना बताई। किसान ने अपने भाई को आरोपियों के घर भेजा तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद किसान पत्नी के साथ खेत पर काम करने चला गया।
दोपहर में छात्रा ने शरीर पर डीजल छिड़ककर आग लगा ली। पता चलने पर घर पहुंचा पिता बेटी को शहर के निजी अस्पताल ले गया। वहां से मेडिकल कॉलेज ले जाते समय किशोरी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
एसपी, मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विवेचना में जो साक्ष्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
जलकर मरने की पुष्टि नहीं, विसरा सुरक्षित
भोजीपुरा में दुष्कर्म की शिकार छात्रा की मौत के बाद कई सवाल अनुत्तरित हैं, जिनका जवाब पुलिस को विवेचना में खोजना होगा। दोनों घटनाओं की सूचना में देरी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने से मामला उलझ गया है।
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परिजनों के मुताबिक उनकी बेटी से दुष्कर्म जन्माष्टमी वाले दिन दोपहर में किया गया। कायदे में परिजनों को तत्काल इसकी शिकायत करनी चाहिए थी, पर दूसरे दिन ससुराल से लौटने के बाद भी छात्रा के पिता ने केवल आरोपियों के घर जाकर शिकायत की।
पुलिस से शिकायत किए बिना ही कार्रवाई न होने की नाराजगी में छात्रा के आत्मदाह की सूचना कई सवाल खड़े कर रही है। छात्रा ने मंगलवार दोपहर 12 बजे आत्मदाह की कोशिश की और परिजन पुलिस को सूचना दिए बिना उसे लेकर अस्पतालों में घूमते रहे।
इसके 12 घंटे बाद रात 12 बजे उन्होंने पुलिस को दुष्कर्म और फिर बेटी के आत्मदाह की सूचना दी। पैनल से कराया पोस्टमार्टम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साठ फीसदी जलने की पुष्टि हुई पर मौत की वजह साफ नहीं हुई। डॉक्टरों के पैनल ने प्रक्रिया पूरी की।
विसरा जांच के लिए सुरक्षित रख दिया। किसी भी आशंका के लिहाज से स्लाइड भी बनाई गई। बताया जा रहा है कि इस तरह के भी संकेत मिले हैं कि मौत विषाक्त पदार्थ खाने से हुई हो और शव को बाद में जला दिया गया हो। विसरा की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। मुख्य आरोपी को लेकर फंसा पेच
पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा है जो आठवीं कक्षा का छात्र है। पुलिस उसी को मुख्य आरोपी मान रही हैं, जबकि किशोरी के परिजन फरार छात्र को मुख्य आरोपी बता रहे हैं। पुलिस ने दोनों लड़कों के बारे में जानकारी की तो पता लगा कि छोटी उम्र से ही वे बिगड़ गए हैं।
पकड़े गए आरोपी का मोबाइल फोन आपत्तिजनक चीजों से भरा मिलने की बात सामने आई है। इनके घरवालों की छवि दबंग के तौर पर है। यही वजह थी कि मृतका के परिजन रिपोर्ट लिखाने से कतरा रहे थे। जबकि, आरोपी पक्ष एक व्यक्ति ने छात्रा के परिजनों पर ही गंभीर आरोप लगा दिए।