देहरादून – उत्तराखंड में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल के बाद डीजीपी अभिनव कुमार और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आमने- सामने आ गए हैं। डीजीपी ने नेताओं को सलाह दी है तो वहीं पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डीजीपी को हद में रहने की हिदायत दी है।
बता दे कि पिछले दिनों प्रदेश में एकाएक आपराधिक घटनाओं पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेमोग्राफिक चेंज पर डीजीपी को नसीहत देते हुए कहा था कि डीजीपी को अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए प्राथमिकता देनी होगी।
इसके बाद डीजीपी अभिनव कुमार ने प्रदेश के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपनी पुलिस पर आस्था और विश्वास रखना चाहिए। कहा कि नेताओं की चिंताओं को दूर करने का काम किया जाएगा।
डीजीपी के इस बयान पर दो पूर्व मुख्यमंत्री ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। हरीश रावत ने डीजीपी पर व्यंग्य करते हुए कहा कि ऐसे अधिकारियों को रिटायर होने के बाद उन्हे कांग्रेस में शामिल करना चाहेंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डीजीपी को हद में रहने की हिदायत दी है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अधिकारी भी अब नेताओं को हिदायत दे रहे हैं। वहीं भाजपा संगठन और सरकार के लोगों के बयान भी इस ओर इशारा कर रहे हैं कि इन अधिकारियों को सह मिल रही है। हालांकि आगामी के दिनों में इन तमाम बयानों पर सरकार क्या संज्ञान लेती है यह भविष्य के गर्भ में हैं।