देहरादून : उत्तराखंड की ब्यूरोक्रेसी में एक महत्वपूर्ण बदलाव आने वाला है। मौजूदा मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। वह 1988 बैच की आइएएस अधिकारी हैं और पिछले कुछ वर्षों से प्रदेश सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रही हैं। राधा रतूड़ी को अब तक दो बार सेवा विस्तार मिल चुका है। प्रदेश सरकार ने उन्हें छह महीने का सेवा विस्तार दिया था, जो सितंबर में समाप्त हुआ था। इसके बाद, समान नागरिक संहिता बनाने के महत्वपूर्ण कार्य को देखते हुए उन्हें एक और विस्तार मिला था। अब, तीसरी बार उन्हें सेवा विस्तार मिलने की संभावना बेहद कम बताई जा रही है।
राधा रतूड़ी ने वर्तमान में उत्तराखंड सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त के पद के लिए भी आवेदन किया है। ऐसे में अब अगला मुख्य सचिव कौन होगा, यह सवाल प्रदेश सरकार के लिए अहम बन चुका है। यह निर्णय प्रदेश सरकार को जल्द ही लेना है।
मुख्य सचिव पद के लिए योग्य उम्मीदवार
राधा रतूड़ी के बाद नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर कई चर्चाएं चल रही हैं। उत्तराखंड के मुख्य सचिव पद के लिए न्यूनतम 30 वर्ष की सेवा की अर्हता होती है। वर्तमान में 1992 बैच के आइएएस अधिकारी आनंद बर्द्धन इस अर्हता को पूरा कर रहे हैं। वरिष्ठता क्रम में उनके बाद 1997 बैच के आइएएस अधिकारी आरके सुधांशु और लालरिन लियना फैनई हैं। हालांकि, ये दोनों अधिकारी अभी प्रमुख सचिव पद पर कार्यरत हैं और 30 वर्ष की न्यूनतम सेवा की अर्हता पूरी नहीं कर रहे हैं।
अगला कदम और संभावनाएं
हालांकि, वरिष्ठता के हिसाब से आनंद बर्द्धन सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं, लेकिन प्रदेश सरकार की नीतियों के तहत इस पद पर तैनाती के लिए विवेकाधिकार का उपयोग किया जा सकता है। अन्य राज्यों में भी ऐसे मामलों में प्रभारी मुख्य सचिव की तैनाती देखने को मिली है, जहां पात्रता के अनुसार मुख्य सचिव का चयन नहीं किया गया था।
अब देखना यह होगा कि प्रदेश सरकार किसे नया मुख्य सचिव नियुक्त करती है और राधा रतूड़ी के बाद राज्य की ब्यूरोक्रेसी में कौन नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़ेगा।