Dehradun

UTTARAKHAND: लोनिवि का बजट लगातार तीसरे साल घटा, योजनाओं पर पड़ेगा असर…

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देहरादून: राज्य में सड़कों के मेगा प्रोजेक्टों के जरिए विकास योजनाओं को गति देने और यातायात का दबाव कम करने का खाका तैयार किया गया था, लेकिन वित्तीय स्थिति की वजह से राज्य सरकार को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) का बजट लगातार तीन साल से घटता जा रहा है, और इस बार भी लोनिवि के बजट में कटौती की गई है।

वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में लोनिवि को कुल 1440.30 करोड़ रुपये का पूंजीगत मद में बजट दिया गया है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 1666.32 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, राजस्व मद में भी इस साल 1776.96 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जो पिछले वर्ष से कम है। इस तरह से लगातार बजट में कमी ने विकास योजनाओं को प्रभावित करने का खतरा पैदा कर दिया है।

राज्य के सड़कों के नव निर्माण का लक्ष्य भी घटा दिया गया है। इस साल केवल 220 किमी सड़कों के नव निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में 290 किमी सड़कों का निर्माण लक्ष्य था। इस हिसाब से राज्य में औसतन एक दिन में एक किमी सड़क का नव निर्माण तक नहीं होगा।

इसके अलावा, सड़कों के रख-रखाव के लिए भी बजट में कमी आई है। इस बार रख-रखाव के लिए केवल 404 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष यह बजट 475 करोड़ रुपये था। यह बजट सड़क मरम्मत और रखरखाव के लिए पर्याप्त नहीं साबित हो सकता, खासकर आपदाओं के दौरान सड़कों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए।

लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. पंकज पांडेय ने कहा, “लोनिवि का बजट कम होने से हमारी योजनाओं को लागू करने में दिक्कत आएगी। इससे राज्य में सड़कों के विकास कार्यों में मंदी आ सकती है।”

इस समय राज्य में सड़क निर्माण और रखरखाव की स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं, और अधिकारियों का कहना है कि यदि बजट में कटौती की यही गति जारी रही, तो आने वाले समय में सड़कों की गुणवत्ता और उनके विकास में और गिरावट हो सकती है।

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