नई दिल्ली: एयर इंडिया ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि विस्तारा का यात्रा अनुभव विलय के बाद भी जारी रहेगा। एयरलाइन ने आश्वासन दिया है कि विस्तारा की ओर से ग्राहकों को दी जाने वाली सेवाएँ और सुविधाएँ भविष्य में भी उतनी ही गुणवत्तापूर्ण रहेंगी।
12 नवंबर 2024 को एयर इंडिया और विस्तारा के विलय की प्रक्रिया पूरी होने जा रही है। इस अवसर पर एयर इंडिया ने बताया कि विस्तारा की पहचान अब एक विशेष चार अंकों वाले एयर इंडिया कोड से होगी, जो ‘2’ से शुरू होगा। उदाहरण के लिए, विस्तारा की उड़ान यूके 955 के बाद एयर इंडिया कोड एआई 2955 में बदल जाएगी, जिससे ग्राहकों को उनकी बुकिंग में आसानी होगी।
सेवा और मार्ग में बदलाव नहीं
एयर इंडिया ने यह भी स्पष्ट किया है कि विस्तारा के मौजूदा रूट्स और समय सारणी में कोई परिवर्तन नहीं होगा। साथ ही, उड़ान के दौरान मिलने वाले अनुभव, जैसे मेनू और कटलरी, भी पूर्ववत बनाए रखे जाएंगे।
हालांकि, कुछ वर्गों में चिंता है कि क्या विलय के बाद विस्तारा के यात्रियों को अभी जैसी सेवाएं मिलती रहेंगी। एयर इंडिया को हाल के दिनों में सेवा से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन एयरलाइन ने आश्वस्त किया है कि विस्तारा का अनुभव बरकरार रहेगा।
फ्रीक्वेंट फ्लायर प्रोग्राम का बदलाव
एयर इंडिया ने बताया है कि विस्तारा के मौजूदा सदस्यों को फ्लाइंग रिटर्न्स कार्यक्रम में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके साथ ही, फ्लाइंग रिटर्न्स एक नए अवतार ‘महाराजा क्लब’ में बदल जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर लाभ मिल सकेगा।
विलय के बाद, सिंगापुर एयरलाइंस के पास एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। यह विलय टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य एयर इंडिया को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना है।