देहरादून/मसूरी – मसूरी में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण पर लगातार हो कार्यवाही के खिलाफ मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया। उन्होने कहा कि नगरपालिका प्रशासन निम्न और गरीब को चिन्हित कर उनके प्रतिष्ठानों को ध्वस्त कर रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर पालिका द्वारा दुकानदारों को किराए की रसीद दी गई है उसके बाद भी उनको किराएदार ना मानकर अतिक्रमण की श्रेणी में लाकर उनके प्रतिष्ठानों को ध्वस्त कर दिया गया है जो निंदनीय है।
मसूरी राधा कृष्ण मंदिर सभागार में आयोजित बैठक में भारी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे जिन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया।
लोगों का कहना था कि वह 35- 40 वर्षों से नगर पालिका द्वारा किराए पर दी गई दुकानो का संचालन कर रहे थे लेकिन प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व नोटिस के उनकी दुकानों को अतिक्रमण के नाम पर तोड़ दिया गया है जबकि उनके द्वारा नगर पालिका में किराया जमा किया जाता है जिसकी रसीदें उनके पास हैं। उन्होने कहा कि किसी बडे षडयंत्र के तहत उनकी दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है।
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेल्फेयर एसोसियेशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों के साथ ही अन्याय किया जा रहा है उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता अधिशासी अधिकारी यूडी तिवारी व्यापारियों का शोषण कर रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पालिका प्रशासन द्वारा निम्न और गरीब लोगों को निशाना बनाकर उनके प्रतिष्ठानों को नष्ट कर रहे हैं जिसका वह पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं। उन्होंने बताया की बैठक में निर्णय लिया गया है कि यदि नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण के नाम पर गरीब व्यापारियों का उत्पीड़न किया जाएगा तो एसोसियेशन इसका खुलकर विरोध कर सडक पर उतरने के लिये मजबूर होगी।