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आईएएस अधिकारी आनंद वर्धन को प्रतिनियुक्ति पर भेजने को तैयार नहीं उत्तरखंड सरकार।
देहरादून – उत्तराखंड सरकार ने 12 अप्रैल को उत्तराखंड कैडर के 1992 बैच के ईमानदार आईएएस अधिकारी आनंद वर्धन को सरकार उत्तरखंड प्रतिनियुक्ति पर भेजने को तैयार नहीं है। अपर मुख्य सचिव वरिष्ठ नौकरशाह आनंद बर्द्धन की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की लगभग पूरी तैयारी थी।
राज्य सरकार ने उनकी प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) भी जारी कर दिया था। कुछे दिनों में उन्हें केंद्र से तैनाती आदेश होने वाले हैं, लेकिन इस बीच कार्मिक विभाग ने उनकी एनओसी को वापस ले लिया।
केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी कर चुके अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को पूर्व में जारी एनओसी राज्य सरकार ने वापस ले ली है। अपर मुख्य सचिव के पद पर रहे आनंद वर्धन मुख्यमंत्री के सबसे विश्वसनीय अधिकारियों में से एक है। आनंद वर्धन राज्य में कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे चुके है।
आईएएस अधिकारी आनंद वर्धन ने प्रमुख सचिव, वन एवं पर्यावरण, आबकारी, उच्च शिक्षा, वाटरशेड प्रबंधन के पद पर रहते हुए प्रदेश के लिए कई योजनायें बनाई है। साथ ही वे मुख्य परियोजना निदेशक, वाटरशेड मैनेजमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कमिश्नर का पद भी संभाल चुके है। अब एक बार फिर सीएम के विश्वसनीय अधिकारी होने के नाते सरकार ने इस कुशल अधिकारी को केंद्र ना जाने को लेकर एनओसी वापस ली है। सूत्रों के अनुसार आनंद वर्धन को जल्द ही सरकार बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है।