नैनीताल/रामनगर – मॉनसून सीजन को देखते हुए रामनगर प्रशासन हुआ अलर्ट, नवंबर 2021 में चुकूम व सुंदरखाल क्षेत्र में बारिश ने मचाई थी भारी तबाही, जिसको लेकर रामनगर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। बता दें कि रामनगर में नवंबर में आई बाढ़ ने तबाही मचाई थी, जिसमें रामनगर के गर्जिया क्षेत्र में पढ़ने वाले सुंदरखाल गांव में बारिश ने तबाही मचाई थी, उसके साथ ही मोहान क्षेत्र में चुकुंम गांव में भी बारिश से आई बाढ़ की वजह से काफी तबाही मची थी। उसी को देखते हुए प्रशासन ने रामनगर व आसपास के क्षेत्रों में मॉनसून को देखते हुए अपनी तैयारियां कर ली है, कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही जानमाल के नुकसान से बचने की प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ताकि बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए योजनाबद्ध तरीके से निपटा जा सके।
पूरी जानकारी देते हुए एसडीएम गौरव चटवाल ने बताया कि हमारे द्वारा आपदा कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिसमें 24 घंटे कर्मचारियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि रामनगर क्षेत्र में 2 गांव ऐसे हैं जो हमेशा वर्षा से प्रभावित रहते हैं, जिसमें चुकुम गांव व सुंदरखाल गांव है। उन्होंने कहा कि चुकुम गांव के बीच में नदी है तो ऐसा वहां जाने के लिए कोई ठोस रास्ता नहीं है, तो हमारे द्वारा वहां पर 4 माह का राशन उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि चुकून गांव को जाने के लिए जो वैकल्पिक रास्ता है जो कि कुंनखेत गांव से जाता है, जो 8 किलोमीटर का लगभग है, जिसमें से दो से ढाई किलोमीटर का रास्ता खराब है, उसको भी हमारे द्वारा सही करवाने को लेकर फारेस्ट के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति पैदा होने की स्थिति में उन लोगों को हमारे द्वारा रामनगर के सांवलदे में स्थित कन्वेंशन सेंटर में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही सुंदरखाल क्षेत्र में भी चौकियों को निर्देशित किया है कि अगर पिछली बार की तरह गांव में बाढ़ की संभावना पैदा हो तो तुरंत ही ग्रामीणों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाए। साथ ही एसडीएम ने बताया कि हमारे द्वारा विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की गई, जिसमें समय रहते बाढ़ से निपटने के लिए आगामी प्रबंध करने की हिदायत दी गई। साथ ही एक कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए थे, उन्होंने बताया कि सोमवार को तहसील कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। जिसका हेल्पलाइन नंबर 05947-251349 है इससे लोगों को 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में जरूरी सुविधाएं प्रदान की गई है। बताया कि रामनगर में 137 राजस्व गांव है जिनमें 12 संवेदनशील बरसाती नालों को चिन्हित किया गया है। साथ ही छोई, मोहान, देवीपुरा ढेला, गौजानि, सिमलखलिया, क्यारी में बाढ़ नियंत्रण चौकियां बनाई गई है, उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों के नजदीक पांच डाक बंगले लिए गए हैं ताकि समय रहते लोगों को सुविधा दी जा सके।