बागेश्वर: कांडा तहसील के अंतिम छोर पर स्थित औलानी गांव में हाल ही में एक दो वर्षीय मासूम बच्ची को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था। इस घटना के बाद वन विभाग ने गांव में ट्रैप कैमरे, पिंजरे, और फोर्स ट्रैकुलाइज गन एक्स्पर्ट रेस्क्यू टीम की तैनाती की थी।
शनिवार शाम को रेस्क्यू टीम को नरगोली गांव में एक गाय पर गुलदार के हमले की सूचना मिली। रेस्क्यू टीम के प्रभारी डॉ. हिमांशु पांगती ने तत्परता दिखाते हुए रात्रि प्राथमिक विद्यालय में मोर्चाबंदी की और मात्र एक घंटे के भीतर गुलदार को ट्रैकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर दिया।
हालांकि, औलानी और नरगोली गांव की महिलाओं ने इस गुलदार को वही मानने से इंकार कर दिया, जिसने बच्ची को बचाने में मदद की थी। इस घटना ने ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल और बढ़ा दिया है।
प्रभागीय वनाधिकारी बागेश्वर, ध्रुव मर्तोलिया ने जानकारी दी कि गुलदार के सैम्पलिंग की जा रही है। यदि पुष्टि होती है कि यह वही गुलदार है, तो आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अन्यथा, रेस्क्यू टीम सहित सभी संसाधन गांव में बने रहेंगे। उन्होंने ग्रामीणों से धैर्य और सावधानी बरतने की अपील की है।
#Leopard, #Bageshwar, #Capture, #Child, #Fear, #uttarakhand