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Corbett Tiger Reserve के आसपास हाईवे पर बरतें सावधानी , अंधेरे में न घूमें; घूम रही है मौत…

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रामनगर: उत्तराखंड के कार्बेट टाइगर रिजर्व के ढिकुली गांव में बाघ के हमले में एक महिला की मौत हो गई है। इस घटना के बाद वन विभाग और स्थानीय अधिकारियों ने जन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ग्रामीणों और पर्यटकों को जंगल में प्रवेश से बचना चाहिए, खासकर सूर्यास्त के बाद। घटना के बाद, मृतक महिला के परिवार को तत्काल दो लाख रुपये की सहायता दी गई है।

घटना का विवरण

घटना गुरुवार को ढिकुली गांव के जंगल में हुई, जब कौशल्या देवी नाम की महिला अपने घर के पास जंगल में काम करने गई थी। तभी अचानक एक बाघ ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर लगाए गए कैमरा ट्रैप से यह पुष्टि हुई है कि क्षेत्र में कई बाघों की गतिविधियां देखी गई हैं, लेकिन यह तय करना मुश्किल हो रहा है कि हमलावर बाघ कौन था।

जन सुरक्षा पर मंथन

कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने घटना के बाद ढिकुली गांव में स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में बाघ के हमले के बाद जन सुरक्षा को लेकर गंभीर चर्चा की गई। विशेष रूप से, यह निर्णय लिया गया कि रात के समय जंगल में जाने से बचने के लिए पर्यटकों को सख्त चेतावनी दी जाएगी। साथ ही, होटल और रिसार्ट प्रबंधकों को भी अपने पर्यटकों को सूर्यास्त के बाद सड़क पर जाने से मना करने के निर्देश दिए गए हैं।

नशे में गश्त और रात में सुरक्षा बढ़ाने की योजना

बैठक में यह भी तय किया गया कि रात में पार्क के गश्ती कर्मचारियों को हाथियों के साथ गश्त करने का निर्देश दिया जाएगा। इसके अलावा, रात्रि पेट्रोलिंग को बढ़ाने और ड्रोन के माध्यम से जंगल की निगरानी करने की योजना बनाई गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

अधिकारियों ने बताया कि ढिकुली गांव में होटल और रिसार्ट के कारण पर्यटकों की भीड़ रहती है, और कई बार शराब पीने के बाद लोग जंगल की ओर बढ़ जाते हैं, जिससे जोखिम और बढ़ जाता है। इसी वजह से, पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने रात में नशे की हालत में घूम रहे एक व्यक्ति को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था की।

मृतक परिवार को सहायता

घटना के बाद, मृतक महिला के परिवार को तत्काल दो लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है, ताकि उनकी तत्काल जरूरतों को पूरा किया जा सके।

आगे की कार्रवाई

वन विभाग ने इस हमले के बारे में गंभीरता से विचार करते हुए सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की योजना बनाई है। विभाग के अधिकारी लगातार बाघ की गतिविधियों पर निगरानी रख रहे हैं और क्षेत्र में अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

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