कोटद्वार: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में आज कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय (एडीजे कोर्ट) ऐतिहासिक फैसला सुनाएगा। इस फैसले पर न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश की नजरें टिकी हैं।
अदालत में शुक्रवार को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पुलिस प्रशासन ने गढ़वाल मंडल के विभिन्न जिलों से भारी पुलिस बल मंगवाया है। देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और उत्तरकाशी से भी अतिरिक्त जवानों को कोटद्वार भेजा गया है। डेढ़ कंपनी पीएसी की तैनाती के साथ अदालत परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था:
कोतवाल रमेश तनवार ने जानकारी दी कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को अदालत परिसर में जाने की अनुमति नहीं होगी। सुरक्षा को लेकर प्रशासन और पुलिस के बीच कई दौर की बैठकें और मॉक ड्रिल की जा चुकी हैं। बैरिकेडिंग, सीसीटीवी निगरानी, और वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती से हालात पर नजर रखी जा रही है।
अब तक का घटनाक्रम:
19 सितंबर 2022: अंकिता भंडारी की हत्या का मामला सामने आया।
30 जनवरी 2023: एडीजे कोर्ट में सुनवाई शुरू।
500 पन्नों का चार्जशीट दाखिल, SIT ने 97 गवाह बनाए।
47 अहम गवाहों की अदालत में गवाही कराई गई।
28 मार्च 2023: अभियोजन पक्ष की गवाही शुरू हुई।
19 मई 2025: दोनों पक्षों की बहस पूरी हुई।
आरोपी:
पुलकित आर्य (वनंत्रा रिज़ॉर्ट मालिक)
सौरभ भास्कर (कर्मचारी)
अंकित गुप्ता (कर्मचारी)
तीनों पर अंकिता भंडारी की हत्या का आरोप है। जनता में इस मामले को लेकर जबरदस्त आक्रोश रहा है। कोटद्वार, पौड़ी, ऋषिकेश और देहरादून समेत कई शहरों में लगातार न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन होते रहे हैं।
फैसला ऐतिहासिक माना जा रहा
अदालत के इस फैसले से न केवल पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है, बल्कि यह फैसला महिलाओं की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर भी एक बड़ा संदेश देगा।
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