Chamoli
उत्तराखंड में मौसम की चेतावनी से बढ़ी चिंता, गैरसैंण सत्र के बीच चमोली समेत कई जिले अलर्ट
देहरादून: उत्तराखंड के लिए आने वाला सप्ताह मौसम के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। मौसम विभाग की हालिया भविष्यवाणी ने राज्य सरकार और प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। खासकर तब, जब पूरी सरकार इस समय चमोली जिले के गैरसैंण में डेरा डाले हुए है, जहां मंगलवार 19 अगस्त से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक चमोली समेत कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। यह चेतावनी उस समय आई है, जब पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से कई रास्ते पहले ही बाधित हैं और भू-स्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
गैरसैंण में सत्र, चमोली में भारी बारिश का अलर्ट
सरकार ने सत्र को गैरसैंण में ही कराने का निर्णय लिया, जबकि मौसम को देखते हुए अंतिम समय तक स्थान परिवर्तन की अटकलें बनी रहीं। अब जबकि सभी मंत्री, अधिकारी और विधानसभा सचिवालय का अमला गैरसैंण पहुंच चुका है, मौसम की चेतावनी ने व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इन जिलों में अगले 24 घंटे संवेदनशील
मौसम विभाग के अनुसार, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर तेज बारिश की संभावना है। हालांकि, इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की भी संभावना जताई गई है।
कुमाऊं में ज़्यादा असर, चमोली भी चपेट में
बुधवार से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जैसे संवेदनशील जिलों को भी भारी बारिश की सूची में शामिल किया गया है। मौसम विभाग का मानना है कि इस बार कुमाऊं मंडल के जिलों पर मौसम का अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा। कई स्थानों पर तेज बारिश और भू-स्खलन से जनजीवन बाधित हो सकता है।
जल स्रोत उफान पर, नदियों का बढ़ा जलस्तर
डॉ. सीएस तोमर, निदेशक, उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि
“राज्य में जिस तरह से सिस्टम डेवलप हो रहा है, उससे अगले एक हफ्ते के दौरान कई जगहों पर तेज बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में यह बारिश आम लोगों को खासा प्रभावित कर सकती है।”
वर्तमान में नदियों का जलस्तर सामान्य से अधिक है और कई जल स्रोत पहले ही उफान पर हैं। इन स्थितियों में खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बारिश से हालात और गंभीर हो सकते हैं।