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व्हाट्सएप कॉल पर क्राइम ब्रांच अधिकारी का झांसा, बुजुर्ग से सात लाख की ठगी…

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अल्मोड़ा: जिले के लमगड़ा क्षेत्र में 65 वर्षीय बुजुर्ग से मनी लांड्रिंग के नाम पर डिजिटल अरेस्ट कर सात लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ित जीवन सिंह मेहता ने आरोपितों के खिलाफ लमगड़ा थाना में तहरीर दी है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पीड़ित के अनुसार, 11 जनवरी को उनके मोबाइल पर एक अंजान व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने कहा कि उनका फोन दो घंटे में बंद हो जाएगा। इसके बाद आरोपित ने पीड़ित से मनी लांड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के आईपीएस अधिकारी राकेश कुमार से उनकी बात करवाई। इस दौरान आरोपितों ने पीड़ित को डिजिटल रूप से गिरफ्तार किया और उन्हें यह बताया कि उनके नाम से एक बैंक खाता खोला गया है जिसमें अवैध लेन-देन हुआ है।

आरोपितों ने पीड़ित को डराया और कहा कि उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है, जिससे पीड़ित भयभीत हो गया। इसके बाद, आरोपितों ने पीड़ित से 13 जनवरी को दो लाख 20 हजार, 15 जनवरी को दो लाख और 16 जनवरी को तीन लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए निकाल लिए। कुल मिलाकर पीड़ित से सात लाख 20 हजार रुपये की ठगी की गई।

जब पीड़ित के बेटे ने पूरी घटना के बारे में सुना, तो उसे समझ में आया कि उसके पिता के साथ ठगी हो गई है। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष राहुल राठी ने बताया कि साइबर ठग लगातार नए तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं, और खासकर बुजुर्गों को निशाना बना रहे हैं।

यहां तक कि इससे पहले रानीखेत की एक शिक्षिका भी साइबर ठगों के हाथों ठगी का शिकार हो चुकी हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जल्द ही आरोपितों को पकड़ा जाएगा।

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