Dehradun
चारधाम यात्रा पर जाने वालो के लिए खुशखबरी, शुक्रवार से शुरू होगी Green Card प्रक्रिया !
देहरादून: चारधाम यात्रा के लिए व्यावसायिक वाहनों का ग्रीन-कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुक्रवार, 7 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। परिवहन विभाग ने ग्रीन-कार्ड बनाने की तिथि 2 अप्रैल निर्धारित की थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण यह प्रक्रिया विलंबित हो गई थी। इस बार यात्रा के दौरान वाहन चालकों की फिटनेस जांच में अतिरिक्त सतर्कता बरतने का दावा किया गया है।
ग्रीन-कार्ड के लिए वाहन मालिकों को परिवहन विभाग की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा, साथ ही फिटनेस, आरसी, प्रदूषण प्रमाण पत्र और टैक्स का ब्योरा भी जमा करना होगा। वाहन चालक का लाइसेंस हिल इंडोर्स (पर्वतीय मार्गों पर वाहन चलाने का अनुभव होना चाहिए) होना भी जरूरी होगा। इस प्रक्रिया के दौरान वाहनों की तकनीकी और भौतिक जांच के बाद ही ग्रीन-कार्ड जारी किया जाएगा।
नए बदलाव:
इस बार न केवल श्रद्धालुओं के वाहनों, बल्कि पर्यटकों के वाहनों को भी ग्रीन-कार्ड बनवाना होगा। ट्रैकिंग, कैंपिंग या साहसिक पर्यटन के लिए यात्रा करने वाले पर्यटकों के वाहनों को भी अब ग्रीन-कार्ड लेना अनिवार्य होगा।
अन्य राज्यों के 12 सीटों से अधिक श्रेणी के वाहनों के लिए ग्रीन-कार्ड केवल 15 दिन के लिए वैध होगा, जबकि उत्तराखंड के वाहनों का ग्रीन-कार्ड छह माह के लिए वैध रहेगा।
नए ट्रिप-कार्ड का कार्य: इस बार ट्रिप-कार्ड बनाने में कुछ समय लगेगा, क्योंकि साफ्टवेयर में कुछ तकनीकी समस्याएं आ रही हैं। हालांकि, परिवहन विभाग और एनआइसी की टीम इस पर काम कर रही है ताकि यात्रियों और वाहनों की पूरी जानकारी सही से अपलोड हो सके।
स्वास्थ्य परीक्षण भी होगा: इस वर्ष से, चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। नेत्र परीक्षण सहित सभी जरूरी जांचें की जाएंगी, ताकि कोई दुर्घटना न हो।
ऑनलाइन आवेदन और अन्य जानकारी: ग्रीन-कार्ड और ट्रिप-कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया परिवहन विभाग की वेबसाइट greencard.uk.gov.in पर की जाएगी।
आरटीओ संदीप सैनी ने बताया: आरटीओ संदीप सैनी ने कहा कि ग्रीन-कार्ड बनाने की प्रक्रिया 7 अप्रैल से ऋषिकेश, हरिद्वार, विकासनगर में एआरटीओ कार्यालय और नारसन, आशारोड़ी चेकपोस्ट पर शुरू की जाएगी। साथ ही, अन्य राज्य के वाहनों के लिए विश्राम की व्यवस्था भी की जाएगी।