Dehradun
हरिद्वार पुलिस की ‘ऑपरेशन स्माइल’ मुहिम ने लौटाई 320 परिवारों की खुशियाँ…
हरिद्वार: हरिद्वार पुलिस ने “ऑपरेशन स्माइल” के तहत एक सराहनीय कार्य करते हुए 320 गुमशुदा और अपने परिजनों से बिछड़े लोगों को उनके परिवार से मिलाने में सफलता हासिल की है। इस अभियान में हरिद्वार पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) की भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। विभिन्न गंगा स्नानों और मेलों के दौरान परिजनों से बिछड़े बच्चों और वयस्कों को खोजकर पुलिस ने उन्हें सुरक्षित रूप से उनके परिवार तक पहुंचाया, जिससे परिजनों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौट आई।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल ने जानकारी दी कि ऑपरेशन स्माइल की हाल ही में पुलिस मुख्यालय, देहरादून में हुई समीक्षा बैठक में हरिद्वार जिले को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि बीते एक वर्ष में जिले से 320 गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश कर उन्हें उनके परिवारों से मिलाया गया है।
इस अभियान की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी। तब से लेकर जून 2024 तक ऑपरेशन स्माइल के तहत उत्तराखंड में कुल 5,981 गुमशुदा लोगों को खोजा जा चुका है, जिनमें 2,951 बच्चे, 1,721 महिलाएं और 1,309 पुरुष शामिल हैं। अकेले वर्ष 2024 में राज्य भर में 1,370 गुमशुदा लोगों को उनके परिजनों से मिलाया गया है।
क्या है ऑपरेशन स्माइल?
उत्तराखंड जैसे पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। भीड़-भाड़ वाले आयोजनों के दौरान कई लोग अपने परिजनों से बिछड़ जाते हैं। ऐसे लोगों को खोजकर उनके परिवारों से मिलाने के उद्देश्य से उत्तराखंड पुलिस ने “ऑपरेशन स्माइल” की शुरुआत की। यह अभियान राज्य में मानवीय संवेदनाओं को मजबूती देने वाला प्रयास बन चुका है।
हरिद्वार पुलिस के इस मानवीय प्रयास को पुलिस मुख्यालय से भी सराहना और बधाई प्राप्त हुई है। छोटे बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाए जाने के कई भावुक पल भी इन प्रयासों की अहमियत को दर्शाते हैं