रुद्रप्रयाग : हिमालयी क्षेत्रों में इस समय बर्फबारी और बारिश का दौर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के अलावा शिव पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण और माँ गौरा मंदिर गौरीकुण्ड जैसे धार्मिक स्थल भी बर्फबारी की चपेट में हैं। बर्फबारी ने मठों और मंदिरों की भव्यता में चार चाँद लगा दिए हैं, वहीं दूसरी ओर भारी बारिश और बर्फबारी के कारण ठंड में जबरदस्त वृद्धि हो गई है।
केदारनाथ धाम में पिछले दो दिनों से लगातार बर्फ गिर रही है, और इस दौरान दो फीट तक बर्फ जमा हो चुकी है। बर्फबारी के कारण पूरी केदारनगरी सफेद चादर से ढकी हुई नजर आ रही है। विद्युत व्यवस्था को बनाए रखने के लिए केदारनाथ में विद्युत विभाग के कर्मचारी बर्फबारी के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर विद्युत पोलों पर चढ़कर तारों की मरम्मत कर रहे हैं। इसके अलावा, केदारनाथ धाम में आईटीबीपी के जवान भी बर्फबारी के बीच मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं।
इसके साथ ही, त्रियुगीनारायण, जो कि शिव-पार्वती विवाह स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, में भी बर्फबारी हो रही है। यहाँ के माहौल में भी बर्फ से नजारा और भव्यता दोनों बढ़ गए हैं। माँ गौरा मंदिर गौरीकुण्ड और पर्यटक स्थल चोपता-दुगलबिट्टा में भी बर्फबारी से दृश्य अत्यंत खूबसूरत हो गए हैं।
वहीं, निचले क्षेत्रों में कल दोपहर से लगातार बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है और ठंड अधिक बढ़ गई है। बारिश और बर्फबारी के कारण ग्रामीण इलाकों में लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। मवेशियों के लिए चारे की समस्या भी उत्पन्न हो गई है, जिससे किसान परेशान हैं।