देहरादून : देहरादून में असम राइफल्स मुख्यालय के तत्वावधान में पूर्व सैनिकों की मेगा रैली का आयोजन किया गया। ‘‘जिन्होंने सेवा की, उनकी सेवा’’ पर आधारित इस रैली में राज्य भर के वीरता पुरस्कार विजेताओं, वीर नारियों सहित 900 से अधिक पूर्व सैनिकों ने भागीदारी की। इस रैली में उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। वहीं असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान वीर नारियों, वीरता पुरस्कार विजेताओं और अन्य प्रतिष्ठित पूर्व सैनिकों को राज्यपाल ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान जरूरतमंद पूर्व सैनिकों को व्हीलचेयर, चश्में सहित श्रवण यंत्र आदि का भी वितरण किया गया। पूर्व सैनिकों की समस्याओं को दर्ज कराने और उनके समाधान के लिए शिकायत निवारण कक्ष भी स्थापित किया गया। बैंकिंग सेवाओं के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा शिविर और चिकित्सकीय सहायता के लिए चिकित्सा शिविर भी आयोजित किया गया। इन सभी सुविधाओं का उपस्थित पूर्व सैनिकों ने भरपूर लाभ उठाया।
पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सभी पूर्व सैनिक मेरा विस्तारित परिवार है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की किसी भी प्रकार की समस्या के लिए राजभवन के दरवाजे सदैव खुले हैं। राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सैनिक हमारे गौरव हैं, एक सैनिक अपनी पूरी उम्र देश की सुरक्षा में लगा देता है। हमारा कर्तव्य है कि सेवानिवृत्ति के बाद अपने पूर्व सैनिकों की देखभाल करें।
राज्यपाल ने देश की सुरक्षा और समृद्धि की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सैनिकों और सेवारत सैनिकों के अटूट समर्पण को सैल्यूट किया। उन्होंने असम राइफल्स के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि अपने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए सदैव तत्पर हैं यह रैली उसी संकल्प का परिणाम है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे पूर्व सैनिक लाभान्वित होंगे।