नैनीताल – जिला प्रशासन को कैंची धाम में 14 और 15 जून को पांच लाख लोगों की आने की उम्मीद है। इसे देखते हुए सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए कैंची धाम से हल्द्वानी-नैनीताल तक भारी फोर्स और अधिकारी तैनात किए गए हैं। डीआईजी ने 1200 से अधिक पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को ड्यूटी में लगाया है। कुमाऊं के अलावा पीएचक्यू से भी फोर्स मांगा गया था। जो जिले में पहुंच गयी है। ये पुलिस कर्मी 14 जनू सुबह 11 बजे से 15 जून रात 11:30 बजे तक ड्यूटी में तैनात रहेंगे। दो दिन भारी वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से बंद रहेगा।
डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि भारी वाहनों का आवागमन शुक्रवार से ही बंद कर दिया जाएगा। जो भी वाहन अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर की ओर आएंगे और जाएंगे, वह रामगढ़ मार्ग का इस्तेमाल करेंगे। डायवर्जन और सुरक्षा के लिए कुल 1200 से अधिक अधिकारी व पुलिस कर्मियों को लगाया गया। इसके लिए कुमाऊं के साथ पुलिस हेड क्वाटर से भी मदद मांगी गई है।
उन्होंने बताया, नैनीताल जिले से 2 एडिशनल एसपी, 3 सीओ, 8 इंस्पेक्टर, 46 सब इंस्पेक्टर, 16 महिला सब इंस्पेक्टर, 343 कांस्टेबल, 50 महिला कांस्टेबल और 12 यातायात पुलिस के लोग होंगे। जबकि कुमाऊं रेंज से तीन सीओ, 12 इंस्पेक्टर, 72 सब इंस्पेक्टर, 300 कांस्टेबल, 100 महिला कांस्टेबल और 26 यातायात पुलिस के लोग होंगे। इसके अलावा पीएचक्यू ने दो एडिशनल एसपी, दो सीओ, दो कंपनी और एक प्लाटून पीएसी को मुस्तैद किया गया है। डीआईजी ने बताया कि शुक्रवार से ही भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी जायेगी। सिर्फ आवश्यक सेवाओं के वाहनों को आने-जाने की अनुमति होगी। कहा कि पुलिस कर्मी 14 जून सुबह 11 बजे से अपने-अपने ड्यूटी प्वाइंट में तैनात होंगे और 15 जून रात 11:30 बजे तक वह अपने ड्यूटी प्वाइंट में ड्यूटी देंगे।