मुंबई: बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में जांच के दौरान एक नए मोड़ सामने आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक हत्यारे के मोबाइल फोन से जीशान सिद्दीकी का फोटो प्राप्त हुआ है, जो स्नैपचैट ऐप के माध्यम से आरोपी के हैंडलर ने भेजा था। यह जानकारी इस बात का संकेत देती है कि हत्या की साजिश में स्नैपचैट का उपयोग किया गया था, जहां शूटर्स और साजिशकर्ता एक-दूसरे से लगातार संपर्क में थे।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए एक करोड़ रुपये की मांग की थी। गिरफ्तार आरोपी राम कनौजिया ने पुलिस से पूछताछ में यह जानकारी दी है कि शुभम लोंकर ने उसे और नितिन सापरे को यह सुपारी दी थी। राम ने कहा कि उसने यह काम नहीं करने का फैसला किया क्योंकि उसे बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा और प्रभाव के बारे में जानकारी थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राम कनौजिया ने एक करोड़ रुपये की मांग की, जिसके बाद शुभम लोंकर ने अपनी योजना में बदलाव किया। ऐसा माना जा रहा है कि शुभम को लगा कि उत्तर प्रदेश के लोग बाबा सिद्दीकी की महाराष्ट्र में इमेज को नहीं समझते हैं, जिससे वे कम पैसे में भी हत्या के लिए राजी हो सकते हैं। इसके बाद, शुभम ने हत्या का ठेका धर्मराज कश्यप, गुरनैल सिंह और शिवकुमार गौतम को सौंपा।
इस मामले में एक और महत्वपूर्ण घटना सामने आई है, जब बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, कांस्टेबल ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उसका दावा था कि फायरिंग के समय उसकी आंखों में मिर्च चला गया था, जिससे वह कुछ नहीं कर पाया।
इस हत्या के मामले में शुक्रवार को क्राइम ब्रांच ने 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है, और इस खुलासे से पता चलता है कि हत्या की योजना में कितनी बारीकी से काम किया गया था।