Dehradun

भारतीय वन्यजीव संस्थान में नेक्स्ट जेनरेशन सिक्वेंसिंग सुविधा का हुआ शुभारंभ, हाथी गणना में मिलेगा बड़ा सहयोग !

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देहरादून: भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) में अब नेक्स्ट जेनरेशन सिक्वेंसिंग (NGS) की सुविधा शुरू कर दी गई है, जिससे संस्थान को हाथी की गणना जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में सहायता मिलेगी। इससे पहले, संस्थान को जांच के लिए सैंपल अन्य संस्थानों को भेजने पड़ते थे, लेकिन अब यह सुविधा संस्थान में ही उपलब्ध हो गई है।

नेक्स्ट जेनरेशन सिक्वेंसिंग एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो डीएनए या आरएनए अनुक्रमण के माध्यम से बीमारियों या अन्य जैविक घटनाओं से संबंधित आनुवंशिक भिन्नताएं अध्ययन करने के लिए उपयोग की जाती है। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस सुविधा का उद्घाटन हाल ही में किया था।

अब संस्थान हाथियों की गणना के कार्य के दौरान जो मल के सैंपल एकत्र करता है, उनकी जांच के लिए हैदराबाद स्थित अन्य संस्थानों में भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। पहले हर सैंपल की जांच के लिए एक निश्चित राशि चुकानी पड़ती थी, साथ ही जांच में समय भी लगता था। अब यह सुविधा संस्थान में मौजूद होने से समय की बचत होगी और कार्यों में तेजी आएगी।

 

 

 

 

 

 

 

 

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