Dehradun
गौकशी करने वालों की अब खैर नहीं! धामी का नया कानून बना काल
देहरादून: उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने अपनी नीति और नीयत दोनों को स्पष्ट करते हुए एक बार फिर दिखा दिया है कि देवभूमि में गौहत्या जैसे घृणित अपराधों के लिए कोई जगह नहीं है। सनातन संस्कृति की रक्षा के संकल्प को लेकर चल रही धामी सरकार ने गौसंरक्षण के लिए बनाए सख्त कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन कर दिखाया है और अब उसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं।
अब तक 14 गौहत्यारों पर गैंगस्टर एक्ट, 1588 बने अभियुक्त
राज्य सरकार के अनुसार, अब तक गौहत्या और तस्करी में लिप्त 14 अपराधियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध किया जा चुका है। ये आंकड़ा अपने आप में दर्शाता है कि सरकार केवल बयान नहीं दे रही, बल्कि जमीन पर कार्रवाई कर रही है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा गौमांस की बिक्री पर कठोरता के बाद ऐसी सूचनाएं आईं कि कई तस्कर अब उत्तराखंड के मैदानी इलाकों की ओर रुख कर सकते हैं। इसी पृष्ठभूमि में, मुख्यमंत्री धामी ने गौसंरक्षण अधिनियम की धाराओं को और कड़ा किया।

तीन सालों में दर्ज हुए ये मुकदमे:
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हरिद्वार: 366 केस
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उधम सिंह नगर: 108 केस
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देहरादून: 41 केस
इन मामलों में कुल 1588 व्यक्तियों को अभियुक्त बनाया गया है।
हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और देहरादून में खुली हिस्ट्रीशीट
पुलिस के अनुसार, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और देहरादून के पछुवा क्षेत्रों में गौकशी से जुड़े अपराधियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इन तीन जिलों में 25 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी है। जिनके खिलाफ केस बढ़ते गए, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और गिरोहबंदी कानून (Gang Act) लगाया गया।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि गौहत्या और मांस की तस्करी एक संगठित गिरोह के जरिए ही संचालित होती है। इसलिए पुलिस ने इसे सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक संगठित आपराधिक उद्योग मानते हुए पूरी ताकत झोंक दी है।
23 मुठभेड़ें, घुटनों में लगी गोली! पुलिस का अब तक का सबसे सख्त अभियान
धामी सरकार के तीन साल के कार्यकाल में अब तक 23 मुठभेड़ें गौहत्या और मांस तस्करी के आरोपियों के साथ हो चुकी हैं।
इन मुठभेड़ों में आरोपियों के घुटनों के नीचे गोली मारी गई—यह पहली बार है जब उत्तराखंड में गौहत्या जैसे मामलों में इतनी सख्त कार्रवाई देखने को मिली है।
📍गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध अभियुक्तों की संख्या:
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हरिद्वार: 9
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देहरादून: 1
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उधम सिंह नगर: 4
तस्करी के नए तरीके: महिलाएं, लग्ज़री वाहन और नई चालाकियां
पुलिस ने बताया कि अब तस्कर लगातार तरीके बदल रहे हैं।
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हाल ही में हरिद्वार जिले में मुस्लिम महिलाओं द्वारा गौकशी और मांस तस्करी की घटना सामने आई, जिसने पुलिस को भी चौंका दिया।
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तस्कर अब नए मॉडल की गाड़ियाँ, वैन और हाई-स्पीड वाहन इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि पुलिस को चकमा दे सकें।
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कई बार तस्करी की कोशिशें धार्मिक वेशभूषा या घरेलू उपयोग की आड़ में भी की गई हैं।
लेकिन पुलिस की चौकसी और मुखबिरी तंत्र अब काफी मजबूत हो चुका है। हर जिले में गुप्त सूचना तंत्र, सीसीटीवी मॉनिटरिंग, और गश्त बढ़ाई गई है।
बरामदगी: हथियार, वाहन और कुंतलों मांस
गौकशी में लिप्त अभियुक्तों से पुलिस ने:
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अवैध असलहे
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धारदार हथियार
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तस्करी में इस्तेमाल वाहन
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कई कुंतल गौमांस
जप्त किया है।
यह एक स्पष्ट संकेत है कि यह अपराध अब संगठित अपराध की श्रेणी में आता है।
धामी का स्पष्ट संदेश: गौहत्या बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि गौसंरक्षण हमारी सरकार की प्राथमिकता में है। उत्तराखंड देवभूमि है, यहां गौवंश की हत्या किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमने पुलिस को विशेष रूप से यूपी सीमा से लगे जिलों में चौकसी बढ़ाने और कानूनी कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।