कोटद्वार: कोटद्वार:–देश के कई राज्यों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध शुरू हो चुका है. उत्तराखंड मे भी इसका विरोध होना शुरू हो गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता पूर्व राज्य मंत्री एडवोकेट जसवीर राणा ने बताया कि जिस तरह से कर्नाटक सरकार ने इन प्रीपेड मीटरों का टेंडर रद्द किया है उसी तरह उत्तराखंड सरकार को भी इन प्रीपेड बिजली मीटरों को जबरन नहीं लगाना चाहिए। अडानी ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए इन मीटर को सरकार ने लोगों के घरों में लगाना शुरू किया है. ऐसे में गरीब जनता को स्मार्ट मीटर से लूटने की यह नई साजिश की जा रही है.
जसवीर राणा ने कहा कि सरकार जनता को लूटने का काम करने पर आमादा है. सरकार गरीबों के यहां स्मार्ट मीटर लगाकर उनका उत्पीड़न कर रही है. उन्होंने कहा कि यह मीटर लगने से छोटे किसान और गरीब लोगों पर आर्थिक बोझ बढेगा. ऐसे में जो पूंजीपति लोग हैं, स्मार्ट मीटर की कीमत बाद में सरकार बिलों के माध्यम से ब्याज सहित वसूलने का काम करेगी. उन्होंने सरकार से लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोटद्वार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे तो बड़ा आंदोलन होगा।