खटीमा: सीमांत क्षेत्र खटीमा में एक निजी स्कूल की बस के चालक और परिचालक को हाईटेंशन तार हटाने की कोशिश उस समय महंगी पड़ गई जब करंट की चपेट में आकर तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद घायलों को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
मामला उस समय सामने आया जब स्कूल बस को स्कूल के पास सड़क पर खड़ा करना संभव नहीं था, क्योंकि दो फैक्ट्रियों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण किया गया है। मजबूरी में बस चालक ने 33,000 केवी की हाईटेंशन लाइन के नीचे बस को खड़ा कर दिया।
इसी दौरान कुछ जंगली बंदरों ने तार को नीचे की ओर खींच दिया, जिसे हटाने के प्रयास में बस चालक व अन्य दो लोग सीधे करंट की चपेट में आ गए।
घटना की सूचना मिलने पर विद्युत विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाईटेंशन लाइन को नियंत्रित किया गया। मगर जब मीडिया ने इस संबंध में अधिकारियों से जवाब मांगा, तो अधिशासी अभियंता अंबिका यादव ने अवकाश पर होने की बात कही, जबकि सहायक अभियंता पवन उप्रेती ने फील्ड में व्यस्त होने का हवाला दिया।
इस रवैये को लेकर स्थानीय लोगों में भारी नाराज़गी है और विद्युत विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।