Uttar Pradesh
भूमि विवाद पर पुलिस की सख्ती: छतों पर पत्थर और कांच की बोतलें न रखने की चेतावनी, ड्रोन से निगरानी जारी !
एटा/उत्तर प्रदेश: एटा जिले के कस्बा जलेसर में रविवार को हुए हिंसक बवाल के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) की अगुवाई में भारी पुलिस बल ने यहां फ्लैग मार्च किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके अलावा, क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से निगरानी भी शुरू कर दी गई है।
यह विवाद दरगाह के पास स्थित जमीन पर चहारदीवारी बनाने को लेकर हुआ था। कुछ लोगों ने अपनी जमीन पर चहारदीवारी का निर्माण शुरू किया, जिसे दूसरे पक्ष ने वक्फ बोर्ड की भूमि बताकर तोड़ दिया। विरोध करने पर लाठी-डंडों से हमला किया गया, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। इसके बाद पथराव कर कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे इलाके में अराजकता का माहौल पैदा हो गया।
पुलिस ने अब तक 150 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है और दो उपद्रवियों, पूर्व सभासद इरफान उर्फ गुड्डू और रफीक, को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के संबंध में नकटाकुआं निवासी सुनील कुमार ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 24 बीघा पुश्तैनी जमीन के चारों ओर चहारदीवारी का निर्माण हो रहा था, जब मोहल्ला अग्रयान निवासी रफीक अपने 15 साथियों के साथ आया और चहारदीवारी तोड़ने की कोशिश की। जब सुनील ने विरोध किया, तो आरोपी ने लाठी-डंडों से हमला किया और तीन अन्य लोगों को भी पीट लिया। हमलावरों ने इलाके में पत्थरबाजी की, जिसके कारण कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को रूट मार्च किया और ड्रोन से निगरानी करते हुए सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। क्षेत्राधिकारी जलेसर नितिन गर्ग और अन्य पुलिस अधिकारियों ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए लोगों से अपील की कि वे हिंसा में शामिल न हों और किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक सामान जमा न करें।
फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस बल ने स्थानीय घरों की छतों पर भी निगरानी रखी और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस प्रशासन ने इस घटना के बाद से स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया है और आगे किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
#LandDispute, #DroneSurveillance, #SecurityMeasures, #FlagMarch, #JalesarIncident